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ब्रह्म योग में नव संवत्सर 2080 का हुआ शुभारंभ, घट स्थापना के साथ हुई चैत्र नवरात्रि की शुरुआत

]इस बार चैत्र नवरात्र पूरे नौ दिन रहेंगे। ब्रह्म योग में प्रारंभ हो रहे नवरात्र में देवी की पूजा विशेष फलदायी रहेगी

ब्रह्म योग में नव संवत्सर 2080 का हुआ शुभारंभ, घट स्थापना के साथ हुई चैत्र नवरात्रि की शुरुआत
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वेबडेस्क। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर बुधवार को ब्रह्म योग व शुक्ल योग में भारतीय नव संवत्सर 2080 और नवरात्रि का आगाज हुआ। तीन साल बाद बुधवार को नवसंवत्सर की शुरुआत हुई। नवसंवत्सर के साथ ही सौर मंडल के मंत्रीमंडल में बदलाव भी हुआ। नवसंवत्सर के राजा यानी राष्ट्रपति बुध बन गए है, वहीं शुक्र ग्रह सौर मंडल के मंत्री यानी प्रधानमंत्री बने। भारतीय नव संवत्सर 2080 के आगाज के साथ ही मंदिरों में ठाकुरजी को नव संवत्सर का पंचांग पढ़कर सुनाया गया। मंगला झांकी में शंख आदि की मंगल ध्वनी सुनाई दे रही है। जगह-जगह श्रद्धालुओं के तिलक कर और रक्षा सूत्र बांधकर नव विक्रमी संवत्सर की शुभकामनाएं दी जा रही है।

चैत्र नवरात्रि के साथ ही मां शक्ति की उपासना बुधवार से शुरू हो गई है। मंदिरों और घरों में सुबह 6ः41 से घटों की स्थापना शुरू हो गई है। इसके साथ हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा भी श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। विशेष रूप से महाराष्ट्रीयन समाज के घरों पर गुड़ी बांधी जा रही है और लोग शुभकामनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं। नवरात्रि पर्व के पहले दिन बुधवार को घरों और मंदिरों में घट स्थापना कर नौ दिन तक मां दुर्गा की विशेष पूजा का अनुष्ठान शुरू हो गया।

तंत्र से जुड़े काम सफल होंगे -

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस बार चैत्र नवरात्र पूरे नौ दिन रहेंगे। शुक्ल और ब्रह्म योग में प्रारंभ हो रहे नवरात्र में देवी की पूजा विशेष फलदायी रहेगी। इस वर्ष देवी का आगमन नौका पर हुआ है, यह सभी के लिए सुखद और सर्वसिद्धिप्रद रहेगा। इस बार नवरात्र के नौ दिनों में विशेष योग भी बन रहे हैं। तीन दिन सर्वार्थसिद्धि योग और तीन दिन रवियोग बनेंगे। इनमें पूजन करने से विशेष सुखों की प्राप्ति होगी। देवी की विशेष कृपा होगी। साथ ही इन योगों में खरीदी गई कोई भी वस्तु जीवनभर शुभ फलदायी रहती है। इस नवरात्रि के प्रारंभ में गुरु अपनी राशि मीन में सूर्य के साथ रहेगा। शनि अपनी राशि कुंभ में है। शुक्र और राहु की युति मेष राशि में रहेगी। शनि की तीसरी पूर्ण दृष्टि शुक्र-राहु पर रहेगी। इस वजह से चैत्र नवरात्रि में तंत्र से जुड़े काम जल्दी सफल होंगे।

Updated : 22 March 2023 2:10 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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