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लाड़ली बहना योजना में इंदौर सबसे आगे, हरदा फिसड्डी

-10 दिन के भीतर आए 45 लाख से ज्यादा आवेदन, ग्वालियर में 1 लाख 5 हजार आवेदन जमा

लाड़ली बहना योजना में इंदौर सबसे आगे, हरदा फिसड्डी
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-योजना के क्रियान्वयन में युद्ध स्तर पर जुटा सरकारी तंत्र

भोपाल/वेब डेस्क। लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन में इंदौर और उज्जैन जिला सबसे आगे हैं। जबकि हरदा, निवाड़ी और आगर मालवा जिला सबसे फिसड्डी चल रहे हैं। योजना के 25 मार्च से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। 10 दिन में आवेदनों की संख्या 45 लाख के पार पहुंच चुकी है। प्रदेश में यह पहली बार है कि सरकार योजना ेके लिए ऑनलाइन आवेदन में सर्वर ठप होने का झंझट नहीं है। योजना के क्रियान्वय के लिए सरकारी सिस्टम युद्ध स्तर पर जुटा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना की कमान अपने हाथ में संभाल रखी है।

25 मार्च से लेकर 3 मई तक योजना को 10 दिन शुरू हो गए हैं। सोमवार शाम तक 45 लाख से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। चूंकि ऑनलाइन पोर्टल सुबह 9 से रात 9 बजे तक खुलता है। ऐसे में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। अभी के आंकड़ों के अनुसार इंदौर जिला 1 लाख 66 हजार आवेदनों के साथ सबसे आगे चल रहा है। उज्जैन जिला भी 164 हजार आवेदन के साथ दूसरे स्थान पर है। मंदसौर और बालाघाट 1 लाख 52 हजार, के साथ तीसरे स्थान पर है। 15 जिले ऐसे हैं, जो एक लाख से पार हो चुके हैं। जबकि श्योपुर, हरदा, अलीराजपुर, डिंडौरी, निवाड़ी, अनूपपुर, उमरिया, आगर-मालवा और नीमच ऐसे जिले हैं जो 50 हजार का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए हैं।


भोपाल 1 लाख तक भी नहीं पहुंचा

भोपाल जिला 1 लाख का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया है। जबकि छोटे जिले आगे निकल चुके हैं। भोपाल में अभी तक 89 हजार आवेदन आए हैं। इसी तरह विदिशा, दतिया, गुना, शिवपुरी, बैतूल, नर्मदापुरम, बुरहानुपर, झाबुआ, खंडवा, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, सतना, सिंगरौली, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, शहडोल, देवास, शाजापुर जिले 1 लाख का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए हैं।

ये जिले फिसड्डी

हरदा 30 हजार

निवाड़ी 33 हजार

श्योपुर 37 हजार

डिंडौर 44 हजार

अलीराजपुर 45 हजार

नीमच 44 हजार

आगर मालवा 41 हजार

उमरिया 40 हजार

अनूपपुर 47 हजार

दुनिया की सबसे 'सरल' योजना

लाड़ली बहना योजना सरकार से नगद आर्थिक लाभ लेने वाली दुनिया की सबसे सरल योजना है। इतना ही नहीं इस योजना में सरकार ने राज्य की जनता पर भरोसा किया है। महिलाओं की घोषणा को आय का आधार मानकर योजना में शामिल किया जाएगा। इसमें आय प्रमाण पत्र समेत अन्य किसी दस्तावेजों का झंझट नहीं है। आमतौर पर सरकारी योजनाअेां का लाभ लेने के लिए लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। यानी लाड़ली लक्ष्मी योजना में ऐसा कुछ झंझट नहीं है।

Updated : 5 April 2023 7:05 AM GMT
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