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वाराणसी : ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने का पुराना वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर भी घमासान
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वाराणसी/वेब डेस्क। न्यायालय के आदेश पर विवादित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में तीन दिनों तक चले सर्वे की कार्यवाही के बाद मंगलवार को मस्जिद के वजूखाने का एक पुराना फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो के जरिये दावा किया जा रहा है कि इसी जगह शिवलिंग सर्वे की कार्यवाही में मिला है। वहीं, दूसरे पक्ष का दावा है कि वजूखाने में दिख रहा फोटो शिवलिंग नहीं फव्वारा है। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के अधिवक्ता मोहम्मद तौहीद खां का भी कहना है कि वजूखाने में जिसे शिवलिंग बताया जा रहा है वह असल में फव्वारा है। दोनों पक्ष सोशल मीडिया में तीखे कमेंट कर रहे हैं। हालांकि वायरल वीडियो की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि ये कब का है।
वीडियो को लेकर छिड़े विवाद के बीच वादी पक्ष के वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु जैन ने कहा कि फव्वारे और शिवलिंग के बीच का अंतर हमें पता है। उन्होंने कुछ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वजूखाने में फव्वारा यदि होगा तो नीचे पूरा सिस्टम होगा पानी के निकलने का। लेकिन जिस तरह से उसका शिवलिंग का आकार है। उसमें कुछ डंडियां डाली गई थीं पर वो ज्यादा अंदर तक गई नहीं, तो शिवलिंग खंडित हुआ या नहीं यह तो मैं अभी बहुत पुख्ता तौर पर नहीं बता सकता। लेकिन मेरी और वादी पक्ष की नजर में वो एक शिवलिंग है। अभी मैं अधिकारिक तौर इतना कह सकता हूं कि वहां पर एक शिवलिंग मिला और आगे जब न्यायालय के सामने कोर्ट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे तो उसमें आगे बहस होगी।
बताते चले, ज्ञानवापी परिसर में तीसरे दिन के सर्वे के बाद वादी पक्ष के पैरोकार डॉ सोहन लाल आर्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 'जिन खोजा तिन पाइयां गहरे पानी पैठ..' । नंदी महाराज जिसका इंतजार कर रहे थे, वे बाबा मिल गए। उन्होंने हाथ से शिवलिंग मिलने का इशारा किया। इसके बाद वादी पक्ष के अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने तत्काल दोपहर में अदालत में प्रार्थना पत्र देकर इस स्थान को सील कराने की मांग की। सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर और सीआरपीएफ कमांडेंट को आदेश दिया कि जहां शिवलिंग प्राप्त हुआ है, उसे तत्काल प्रभाव से सील कर देेंं। अदालत के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर स्थित वजूखाना को सील कर दिया गया है। न्यायालय के आदेश पर सीलिंग की कार्यवाही के साथ ही सीआरपीएफ ने भी पहरा शुरू कर दिया है। इस बारे में प्रतिवादी पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद में ऐसा कुछ नहीं मिला है। जहां शिवलिंग मिलने की बात हो रही है वो स्थान फव्वारा है। इसको लेकर सोशल मीडिया में भी लोग तीखें कमेंट कर रहे हैं।