Gopi Thotakura : 8 साल की उम्र से था उड़ने का शौक, जानिए First Indian Space Tourist के बारे में सबकुछ

Gopi Thotakura : First Indian Space Tourist
Gopi Thotakura : रविवार को अमेजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू - ओरिजन के प्राइवेट स्पेस क्राफ्ट ने उड़ान भरी। इस स्पेस क्राफ्ट में 6 लोग सवार थे। इनमें से एक भारतीय है। इनका नाम है गोपीचंद थोटाकुरा (Gopi Thotakura)। गोपी पेशे से व्यवसायी और पायलट हैं। उन्हें 8 साल की उम्र से आसमान में उड़ने का शौक था। वे मूल रूप से आँध्रप्रदेश के रहने वाले हैं। अंतरिक्ष में यात्रा करके वे पहले भारतीय स्पेस टूरिस्ट बन गए हैं। जानते हैं गोपीचंद थोटाकुरा के बारे में विस्तार से।
गोपीचंद थोटाकुरा मात्र 8 साल के थे जब उन्होंने केएलएम विमान के कॉकपिट में कदम रखा था। कॉकपिट में कदम रखते ही उन्होंने तय कर लिया था कि, एक दिन उन्हें भी आसमान में ऊंची उड़ान भरनी है। उनके परिवार के कई सदस्य पायलट रह चुके हैं। अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बचपन से ही प्रयास शुरू दिए थे। प्रतिष्ठित एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी (Embry-Riddle Aeronautical University) से ग्रेजुएशन करके उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाया।
माउंट किलिमंजारो पर भी की चढ़ाई :
गोपीचंद थोटाकुरा, बचपन से ही एडवेंचर के शौकीन थे। उन्होंने अपने ग्रेजुएशन के दौरान वाणिज्यिक जेट उड़ान, बुश पायलटिंग, एरोबेटिक्स, सीप्लेन संचालन जैसे कई विषय पढ़े, उनके बारे में जाना। उनका शौक यहीं नहीं रुका उन्होंने माउंट किलिमंजारो पर सफलतापूर्वक चढ़ाई भी की। ये उनके मन में अपने सपने के प्रति दृण संकल्प को दर्शाता है।
प्रिजर्व लाइफ कॉर्प के सह-संस्थापक :
गोपीचंद थोटाकुरा, प्रिजर्व लाइफ कॉर्प के सह-संस्थापक रहे हैं। इंटरनेशनल जेट पायलट के रूप में उनका योगदान सराहनीय है। गोपी ने भारत में चिकित्सा विमानन के क्षेत्र में भी काफी योप्गदान दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2,000 से अधिक मेडिकल एयर एम्बुलेंस मिशन में वे शामिल रहे हैं।
