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आरोपों के बाद बैकफुट पर आई दिल्ली सरकार, लागू की पुरानी आबकारी नीति

आरोपों के बाद बैकफुट पर आई दिल्ली सरकार, लागू की पुरानी आबकारी नीति
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नईदिल्ली। उपराज्यपाल द्वारा सीबीआई जांच के आदेश के बाद दिल्ली सरकार बैकफुट पर आ गई। केजरीवाल ने आबकारी नीति को बदलने का निर्णय लिया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा की दिल्ली में पुरानी आबकारी नीति लागू होगी। जो अगले छह महीने तक लागू रहेगी।

शनिवार को प्रेस वार्ता कर उपमुख्यमंत्री ने दिल्ली की नई एक्साइज पॉलिसी को वापस लेने का फैसला लिया है। साथ ही कहा कि नई शराब नीति में कोई घोटाला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आज वह जनता के सामने दो राज्यों की एक्साइज पॉलिसी के बारे में तथ्य रख रहे है। एक है गुजरात की जहां पर शराबबंदी की हुई है गुजरात में शराबबंदी है लेकिन सब जानते हैं कि शराबबंदी के नाम पर यह लोग वहां पर हजारों करोड़ रूपए की नकदी शराब बेचते हैं। यह नकली शराब से मौत का पहला मामला नहीं है यह लोग कहते हैं कि गुजरात में शराबबंदी कर रखी है लेकिन हर दूसरे तीसरे साल ऐसे मामले आते हैं जहां पर लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं।

सिसोदिया ने आगे कहा कि दूसरा मॉडल दिल्ली है। दिल्ली में 'आप पार्टी' आने के बाद सरकार पिछले साल नई एक्साइज पॉलिसी 2021-22 की पॉलिसी लागू होने से पहले दिल्ली में सरकारी दुकानें थीं ज्यादातर। दिल्ली में जो प्राइवेट दुकानों थी उनके लाइसेंस उन्होंने अपने जानकारों को दे रखे थे और बहुत कम लाइसेंस फीस लेते थे। वार्ता के दौरान सिसोदिया ने कहा कि पहले दिल्ली में 850 दुकानें होती थी और दिल्ली सरकार ने नई पॉलिसी में तय की कि उतनी ही दुकानें खोली जाएंगी, कोई नई दुकान नहीं खोली जाएगी। पहले सरकार को 6000 करोड़ का रिवेन्यू मिलता था अब 9500 करोड़ का रेवेन्यू आने लगा।

आगे भाजपा पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली में कुल 468 दुकानें ही चल रही है और एक अगस्त से कई और दुकान भी कम हो जाएंगी क्योंकि सीबीआई ईडी के डर से कई और लोग दुकानें छोड़कर जाने लगे हैं। ये लोग चाहते हैं कि दिल्ली में शराब की किल्लत हो। लीगल तरीके से बेची जा रही शराब की किल्लत हो।सिसोदिया ने कहा कि अगर दिल्ली में शराब की किल्लत होती है तो फिर इन्हें फायदा होता है क्योंकि नकली शराब का धंधा शुरू हो जायेगा। इन लोगों ने सीबीआई ईडी के नाम से इतना डरा दिया है कि अब कोई शराब का टेंडर लेने को तैयार नहीं है, अधिकारी डरे हुए हैं। सिसोदिया ने कहा कि कुल मिलाकर इन्होंने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि एक अगस्त से दिल्ली में एक्साइज ड्यूटी देने वाली दुकान कम होती चली जाएं और इनका अवैध शराब का धंधा पनपने लगे।

Updated : 5 Aug 2022 6:57 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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