अमित शाह ने जनता से पूछा- क्या आप कन्हैयालाल की हत्या सहन करेंगे ?

जोधपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज दोपहर को जैसलमेर से जोधपुर पहुंचे। यहां एयरपोर्ट पर उनका जमकर भव्य स्वागत किया गया। शहर के कई मार्गों से होकर उनका काफिला निकला। करीब 15 किलोमीटर लंबे इस काफिले में शाह का अलग-अलग स्थानों पर स्वागत किया गया। इस दौरान केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत उनके साथ पूरे समय मौजूद रहे।
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की गहलोत सरकार और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा की आज जिस प्रकार की राजस्थान में सरकार चल रही है, उससे हम सभी दुखी हैं। राजस्थान में चल रही सरकार ने प्रदेश को विकास में सबसे पीछे ले जाने का कार्य किया है।अभी देश में कांग्रेस की दो सरकारें है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों का चुनाव 2023 में है। इन दोनों राज्यों में अगर भाजपा सरकार बनती है तो कांग्रेस के पास कुछ नहीं बचेगा।
उन्होंने कहा की अभी-अभी राहुल बाबा, भारत जोड़ो यात्रा लेकर निकले हैं। राहुल बाबा विदेशी टी-शर्ट पहनकर भारत जोड़ने निकले हैं।राहुल बाबा और कांग्रेसियों उनका संसद एक भाषण याद दिलाता हूं। राहुल बाबा ने कहा था कि भारत राष्ट्र है ही नहीं। अरे राहुल बाबा, किस किताब में पढ़े हो आप? ये तो वो राष्ट्र है जिसके लिए लाखों, लाख लोगों ने प्राणों की आहुति दे दी।
हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाना सहन करेंगे क्या
उन्होने कहा की अरे गहलोत जी, 10 दिन के अंदर किसानों का ऋण माफ करने का क्या हुआ? युवाओं को 3,500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का क्या हुआ?20 लाख युवाओं को रोजगार देने का क्या हुआ? कांग्रेस सिर्फ खोखले वादे कर सकती है, वादों को पूरा नहीं कर सकती है।कांग्रेस सरकार विकास का काम नहीं कर सकती है। रोड़ नहीं बना सकती, बिजली नहीं दे सकती, रोजगार नहीं दे सकती है। कांग्रेस सिर्फ वोट बैंक की, तुष्टिकरण कर राजनीति कर सकती है।उन्होंने जनता से पूछा हमारे भाई कन्हैयालाल की निर्ममता से हत्या हुई, ये आप सहन कर लेंगे क्या?करौली की हिंसा को सहन करेंगे क्या?हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाना सहन करेंगे क्या? अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ना सहन करेंगे क्या?
तनोट माता मंदिर -
शाह ने यहां कहा कि तनोट मां के तीर्थ स्थान को मोदी जी ने 19 करोड़ रुपये खर्च करके एक बड़ा यात्रा धाम बनाने का निर्णय किया है. तनोट मां ने 1965-71 के युद्ध में हमारी पश्चिमी सीमाओं को सुरक्षित किया था. बता दें कि भारत-पाक सीमा के करीब स्थित तनोट माता मंदिर का प्रबंधन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा किया जाता है. यह मंदिर जैसलमेर से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह मंदिर भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 और 1971 के युद्ध से जुड़ी शौर्य गाथाओं के लिए प्रसिद्ध है।
