IPL Controversy: LIVE शो में सुरेश रैना और आकाश चोपड़ा के बीच तीखी बहस, जानिए पूरा मामला

Suresh Raina, Akash Chopra
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Suresh Raina, Akash Chopra

IPL controversy: आईपीएल 2025 के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और गुजरात टाइटंस के बीच आखिरी मैच से पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटरों के बीच महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर जोरदार बहस छिड़ गई। सुरेश रैना, संजय बांगर, आरपी सिंह और आकाश चोपड़ा ने इस बात पर चर्चा की कि क्या धोनी को अब क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए। इस बहस में आरपी सिंह और रैना धोनी के पक्ष में खड़े हुए। वहीं आकाश चोपड़ा और संजय बांगर संन्यास के समर्थन में तर्क प्रस्तुत करने लगे। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच गरमागरम बहस देखने को मिली।

धोनी की बल्लेबाजी पोजीशन और फिटनेस को लेकर विवाद

इस सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी में कुछ हिचकिचाहट दिखी जब वह कभी-कभी निचले क्रम जैसे नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने आए। धोनी ने रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों को अपने से पहले बल्लेबाजी करने का मौका दिया। सुरेश रैना और आरपी सिंह का मानना ​​था कि धोनी ने युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए यह कदम उठाया। वहीं आकाश चोपड़ा और संजय बांगर ने धोनी की फिटनेस को लेकर सवाल उठाए कि क्या वह लंबे समय तक बल्लेबाजी कर पाएंगे या नहीं।

धोनी को लेकर LIVE शो में हुए विवाद के मुख्य अंश

आकाश चोपड़ा ने सवाल उठाया कि अगर धोनी अनकैप्ड खिलाड़ी नहीं होते तो क्या वे इस साल सीएसके का हिस्सा होते?

सुरेश रैना ने जवाब दिया कि धोनी 18 साल से टीम के साथ हैं और अभी भी सबसे ज्यादा छक्के लगाते हैं।

आकाश चोपड़ा ने फिर पूछा कि धोनी नंबर 7, 8 या 9 पर क्यों बल्लेबाजी कर रहे हैं, जबकि टीम की बल्लेबाजी में टॉप ऑर्डर से समस्या आ रही है। उन्होंने धोनी की फिटनेस पर भी सवाल खड़ा किया।

रैना ने बताया कि धोनी आखिरी चार ओवरों में ज्यादा सहज महसूस करते हैं और 44 साल की उम्र में भी विकेटकीपिंग कर रहे हैं।

रैना ने यह भी कहा कि धोनी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वर्ल्ड कप के लिए टीम बनाने की प्रक्रिया है। इसलिए शिवम दुबे जैसे युवाओं को मौके दिए जा रहे हैं।

आरपी सिंह ने कहा कि धोनी को घुटने की सर्जरी के बाद ठीक होने में समय लगेगा, लेकिन 20 साल से विकेटकीपिंग कर रहे धोनी खुद का ध्यान रखते हैं। उन्होंने रैना के अनुभव का उदाहरण भी दिया, जिनकी घुटने की सर्जरी हुई थी और वे फिर फिट होकर लौटे।


संजय बांगर का बड़ा बयान

बातचीत के दौरान संजय बांगर ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी की टीम में मौजूदगी की वजह से रुतुराज गायकवाड़ और रविंद्र जडेजा जैसे युवा खिलाड़ी लीडर के रूप में उभर नहीं पा रहे हैं। बांगर का मानना है कि धोनी के कारण ये खिलाड़ी अपनी नेतृत्व क्षमता को पूरी तरह दिखा नहीं पा रहे हैं।

इस बहस में धोनी की बल्लेबाजी क्रम, उनकी फिटनेस और टीम पर उनके प्रभाव को लेकर भी सवाल उठाए गए। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि धोनी को अब युवाओं को मौका देने के लिए पीछे हट जाना चाहिए। वहीं कुछ का मानना है कि उनका अनुभव और नेतृत्व क्षमता टीम के लिए अभी भी बेहद जरूरी है।

धोनी के भविष्य को लेकर बना सस्पेंस

सवाल यह है कि क्या वह संन्यास लेंगे या एक और सीजन खेलेंगे। धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ी के बारे में इस तरह की चर्चाएं स्वाभाविक हैं, क्योंकि प्रशंसक हमेशा यह जानना चाहते हैं कि उनका पसंदीदा खिलाड़ी कब तक खेलना जारी रखेगा।

हालांकि, अंतिम फैसला पूरी तरह से धोनी का होगा। उनके प्रशंसकों को उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए और धैर्यपूर्वक इंतजार करना चाहिए।

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