Bangaldesh News: बांग्लादेश में बरकार है शेख हसीना का खौफ, मानवाधिकार उल्लंघन मामले में नहीं मिल रहे गवाह

Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भले ही देश छोड़ चुकी हों और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू हो चुकी हो, लेकिन उनका डर अभी भी देश की जनता और न्याय व्यवस्था में साफ देखा जा सकता है। हाल ही में यह बात सामने आई है कि उनके खिलाफ दर्ज 227 मामलों में शामिल गवाह खुलकर अदालत में बयान देने से डर रहे हैं।
इन मामलों की सुनवाई अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में चल रही है, जिसमें हसीना पर उनके 15 साल लंबे शासनकाल के दौरान मानवाधिकारों के उल्लंघन और दमनात्मक कार्रवाइयों के गंभीर आरोप हैं। लेकिन जो लोग गवाह बनने को तैयार हैं, उन्हें धमकियों का सामना करना पड़ रहा है।
गवाहों को मिल रही धमकियां
मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल के अनुसार, गवाहों और जांच अधिकारियों को जान से मारने और घर जलाने की धमकियां दी जा रही हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेख हसीना ने कथित तौर पर फोन पर कई लोगों को धमकाया है, जिनमें वादी, गवाह और केस से जुड़े अन्य अधिकारी शामिल हैं। यही नहीं, इस मामले को अदालत ने गंभीरता से लेते हुए शेख हसीना को 6 महीने की सजा भी सुनाई है, यह सजा न्याय प्रक्रिया में बाधा डालने के आरोप में दी गई है।
गवाही देने में डर महसूस करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है, जिससे पूरे मामले की जांच प्रक्रिया पर असर पड़ रहा है। ताजुल ने कहा, "हम डरे नहीं हैं, लेकिन हमें गवाहों की सुरक्षा की चिंता है। गवाह आम लोग हैं, जो देश के दूरदराज के इलाकों से आते हैं। अगर उन्हें डराया जाएगा, तो न्याय तक पहुंचना मुश्किल होगा।"
जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले में न्यायालय की अवमानना की भी शिकायत दर्ज कराई गई है, ताकि आगे से गवाहों और जांचकर्ताओं को सुरक्षित माहौल मिल सके।