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2020 में 'ऑक्‍सफोर्ड डि‍क्‍शनरी' नहीं चुन पाई 'वर्ड ऑफ द ईयर'

2020 में ऑक्‍सफोर्ड डि‍क्‍शनरी नहीं चुन पाई वर्ड ऑफ द ईयर
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लंदन। ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी से संबंधित संगठन ऑक्सफोर्ड लैंग्वेजेज ने माना है कि वर्ड ऑफ द ईयर प्रक्रिया के तहत इस वर्ष किसी एक शब्द को तय करना बेहद मुश्किल है। इसलिए हमने और अधिक रिपोर्ट करने का निर्णय किया है।

बता दें कि साल 2020 में जहां कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया, वहीं इसने अंग्रेजी भाषा पर भी बेहद ज्‍यादा प्रभाव डाला है। ऐसे कई शब्‍द हैं जो इस साल बहुत ज्‍यादा प्रयोग किए गए, जबकि कई शब्‍द इस्‍तेमाल में पीछे रह गए।

कोरोना वायरस शब्द इस साल अप्रैल तक सर्वाधिक इस्तेमाल होने वाले अंग्रेजी शब्दों और संज्ञाओं में से एक रहा है। इसके साथ ही कोरोना महामारी से जुड़े अन्य शब्द भी पूरे साल चर्चित रहे हैं।

संगठन ने सोमवार को कहा कि यह अभूतपूर्व और थोड़ा विडंबनापूर्ण है। इस एक साल में किसी अन्य के विपरीत नए शब्दों की भरमार रही है। वर्ड्स ऑफ अनप्रेसेडेंटेड ईयर रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन, डब्ल्यूएफएच (वर्क फ्रॉम होम), सपोर्ट बबल्स जैसे शब्दों का भी इस वर्ष खूब इस्तेमाल हुआ। अगर भारत की बात करें तो ई-पास जैसे शब्द का लोगों ने व्यापक इस्तेमाल किया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि, कोरोना वायरस की कहानी 1960 के दशक से जुड़ी है, लेकिन तब इसका इस्तेमाल वैज्ञानिक और चिकित्सा जगत से जुड़े लोग ही करते थे। इस साल अप्रैल तक यह सर्वाधिक इस्तेमाल किए गए शब्दों में से एक बन गया। मई तक कोविड-19 शब्द इससे आगे निकल गया। इनके अलावा सोशल डिस्टेंसिग, मास्कअप, सुपरस्प्रेडर, क्वारंटाइन, आइसोलेशन भी छाए रहे हैं।

Updated : 24 Nov 2020 2:34 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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