सऊदी अरब की जेलों में बंद हैं 544 नेपाली युवा: गए थे बेहतर जीवन शैली का सपना लेकर लिप्त हो गए गैरकानूनी गतिविधियों में…

काठमांडू। रोजगार के लिए नेपाल से युवाओं का पलायन चिंता का विषय है और इससे भी अधिक चिंता इस बात को लेकर है कि विदेशों में पलायन कर रहे युवक वहां जाकर गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त होकर जेल की हवा खाने को मजबूर हैं। नेपाल के सैकड़ों युवा जो बेहतर जीवन शैली का सपना लेकर सऊदी अरब गए, लेकिन वे जेल में हैं।
नेपाल सरकार बेरोजगारी दूर कर पाने में विफल है। माओवादी नेता प्रचंड ने नेपाली युवाओं को दलालों से बचने की अपील की है वहीं माओवादी केंद्र के लुंबिनी प्रांत के वरिष्ठ नेता मशहूद खां ने नेपाल सरकार से युवाओं का पलायन रोकने की मांग करते हुए कहा है कि सरकार अपने ही देश में युवाओं को रोजगार देना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा माओवादी केंद्र बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे पर शीघ्र ही आंदोलन की रणनीति बना रही है।
इस बीच माओवादी केंद्र ने एक आंकड़ा जारी करते हुए इस बात पर चिंता जताई है कि सऊदी अरब में करीब 544 नेपाली युवा विभिन्न अपराधों में जेल की हवा खा रहे हैं। वे कहते हैं कि इनमें तमाम ऐसे हैं जो दलालों के हाथ फंस कर अवैध तरीके से सऊदी गए और वहां गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त हो गए। नतीजतन अब सजा भुगत रहे हैं। नेपाल विदेश मंत्रालय के अनुसार सऊदी अरब में वैध तरीके से चार लाख से अधिक नेपाली युवा रोजगार के सिलसिले में गए हैं, लेकिन सऊदी अरब स्थित नेपाली दूतावास के आंकड़ों के अनुसार यहां अवैध तरीके से भी भारी संख्या में नेपाली युवा मौजूद हैं। नेपाली दूतावास के अनुसार अब तक 3800 अवैध नेपाली युवाओं को एग्जिट वीजा दिलाकर नेपाल वापस भेजा जा चुका है।
सऊदी अरब स्थित नेपाली दूतावास के श्रम काउंसलर कविराज उप्रेती के अनुसार, सऊदी अरब में जो नेपाली युवा विभिन्न अपराधों में पकड़े गए हैं उनमें सबसे अधिक 345 लोग शराब बनाने, पीने या सप्लाई करने के आरोपी हैं। 84 लोग मादक पदार्थों की तस्करी में,53 लोग चोरी के मामलों में,12 लोग वेश्यावृत्ति में, 16 लोग तोड़फोड़ में,15 लोग रिश्वतखोरी में,4 लोग हत्या के आरोप में तथा 23 लोग अन्य अपराधों में जेल में हैं।इनमें से 341 कैदियों को अदालत द्वारा सजा सुनाई जा चुकी है, जबकि 203 मामलों की सुनवाई अभी जारी है।
सऊदी अरब में नियुक्त नेपाली राजदूत नरेश विक्रम धकाल ने नेपाली युवाओं की गिरफ्तारी पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि सऊदी में कार्यरत नेपाली नागरिकों को कानून की जानकारी होनी चाहिए और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए श्रमिकों को स्वयं सतर्क और जिम्मेदार बनना होगा। यह बेहद दुखद है कि हमारे नौजवान, जो बेहतर भविष्य की उम्मीद लेकर विदेश जाते हैं, वहां जानकारी की कमी, कभी लालच और कभी ग़लत संगत में पड़कर क़ानून तोड़ने की राह पर चल पड़ते हैं।
