Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का आरोप, वोटर लिस्ट से नाम गायब, बोले - चुनाव कैसे लडूं? चुनाव आयोग ने किया खंडन

Tejashwi Yadav: बिहार में मतदाता सूची को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि नई वोटर लिस्ट में लाखों गरीबों के नाम जानबूझकर हटा दिए गए है। उन्होंने यहां तक कहा कि उनका खुद का नाम भी मतदाता सूची से गायब है।
पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए तेजस्वी ने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र से करीब 20 से 30 हजार नाम हटाए गए है और कुल मिलाकर लगभग 65 लाख यानी 8.5% मतदाताओं को सूची से बाहर कर दिया गया है। तेजस्वी ने सवाल उठाया, “जब मेरा नाम ही वोटर लिस्ट में नहीं है तो मैं चुनाव कैसे लड़ूंगा?”
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं दिखाई। उनके अनुसार, आयोग ने मतदाताओं का पता, बूथ संख्या और ईपीआईसी नंबर तक साझा नहीं किया ताकि यह पता न चल सके कि किन लोगों के नाम हटाए गए है। तेजस्वी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सुझाव को भी नजरअंदाज किया गया और आपत्ति दर्ज कराने के लिए सिर्फ 7 दिन का समय दिया गया।
हालांकि, चुनाव आयोग ने तेजस्वी के आरोपों को तुरंत खारिज कर दिया। आयोग ने सबूत के तौर पर एक मतदान केंद्र की सूची जारी की, जिसमें तेजस्वी का नाम 416वें नंबर पर उनकी तस्वीर के साथ मौजूद है। आयोग का कहना है कि तेजस्वी का नाम मतदाता सूची में दर्ज है और किसी तरह की धांधली नहीं हुई है।
तेजस्वी ने फिर भी चुनाव आयोग से सवाल किया कि आखिर किन कारणों से इतने बड़े पैमाने पर नाम काटे गए और मतदाताओं को पहले सूचना क्यों नहीं दी गई। उन्होंने मांग की कि हटाए गए मतदाताओं की पूरी सूची बूथवार और कारण सहित सार्वजनिक की जाए।
यह विवाद तब और बढ़ गया जब तेजस्वी ने चुनाव आयोग के मोबाइल एप पर अपना ईपीआईसी नंबर डालकर नाम खोजने की कोशिश की, लेकिन नतीजा नहीं मिला। वहीं, आयोग का कहना है कि उनका नाम सूची में मौजूद है।
फिलहाल, बिहार की राजनीति में मतदाता सूची को लेकर यह मुद्दा गरमाया हुआ है और देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद किस दिशा में जाता है।
