राज्यसभा में पारित हुआ ST दर्जा देने का विधेयक, छत्तीसगढ़ के ये...समुदाय शामिल

नईदिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को छत्तीसगढ़ की धनुहार, धनुवार, किसान, सौंरा, साओंरा और बिंझिया समुदायों को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल किए जाने संबंधी विधेयक राज्यसभा से पारित हो गया।
संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2022 में भरिया भूमिया समुदाय के पर्यायवाची के रूप में भुइंया, भुइयां और भुइयां समुदायों को शामिल किया गया है। इसमें पंडो समुदाय के नाम के तीन देवनागरी संस्करण भी शामिल हैं। इसके अलावा, विधेयक संविधान आदेश में कुछ आदिवासी समुदायों के नामों को मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 के हिंदी संस्करण में संबंधित नामों के साथ प्रतिस्थापित करता है। उदाहरण के लिए ओरांव, धानका और धांगड़ समुदायों के नाम प्रतिस्थापित किए जाएंगे।
विधेयक को राज्यसभा में ध्वनिमत से पारित किया गया। इस दौरान विपक्षी पार्टियों के सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे। लोकसभा पिछले साल दिसंबर में विधेयक को पारित कर चुकी है। जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि विधेयक के पारित होने से छत्तीसगढ़ के 72 हजार लोगों को लाभ मिलेगा। इसके बाद संसद की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
