पुतिन का राष्ट्रपति भवन में 21 तोपों की सलामी से स्वागत

पुतिन का राष्ट्रपति भवन में 21 तोपों की सलामी से स्वागत
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भारत दौरे पर आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में 21 तोपों की सलामी से स्वागत हुआ। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। फिर पुतिन ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।

पुतिन का चार साल बाद भारत आगमन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का चार साल बाद भारत आगमन भव्य तरीके से हुआ 4 दिसंबर को पुतिन दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुए, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें गले लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने पुतिन के सम्मान में प्राइवेट डिनर का आयोजन भी किया। राष्ट्रपति भवन में पुतिन का औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। समारोह में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, दिल्ली के LG वीके सक्सेना, CDS जनरल अनिल चौहान सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

पुतिन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी

राष्ट्रपति पुतिन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ सात मंत्रियों का प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन आज दो अहम बैठकें करेंगे, जिनमें से एक बंद कमरे में होगी। इन बैठकों के दौरान भारत और रूस के बीच व्यापार, निवेश और उद्योग क्षेत्र में 25 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।

पुतिन के आगमन के अवसर पर भारत-रूस बिजनेस फोरम भी आयोजित किया गया। इसमें प्रमुख भारतीय उद्योगपति और कारोबारी प्रतिनिधि मौजूद रहे। फोरम के दौरान दोनों देशों ने निवेश और व्यापार बढ़ाने के कई अवसरों पर चर्चा की। इसके बाद पुतिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित विशेष भोज में शामिल हुए। कार्यक्रमों के समापन के बाद पुतिन मॉस्को के लिए रवाना हो गए।

25 से ज्यादा समझौतों पर मुहर लग सकती है

इस दौरे से भारत-रूस रणनीतिक और आर्थिक सहयोग को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। चार साल बाद पुतिन की यह यात्रा दोनों देशों के बीच भरोसेमंद साझेदारी और व्यापारिक अवसरों को मजबूत करने का संकेत देती है। दोनों नेता कुछ देर में 23वीं भारत-रूस समिट में शामिल होंगे। भारत-रूस के बीच शुक्रवार को 25 से ज्यादा समझौतों पर मुहर लग सकती है।

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