राष्ट्रपति ने राफेल में भरी उड़ान, साथ दिखीं ऑपरेशन सिंदूर की पायलट

दो फाइटर विमानों में उड़ान भरने वाली पहली राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार सुबह अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। यह उन्हें भारत की पहली राष्ट्रपति बनाती है, जिन्होंने भारतीय वायुसेना के दो फाइटर विमानों में उड़ान भरी। इससे पहले 7 अप्रैल 2023 को उन्होंने असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 एमकेआ फाइटर जेट में उड़ान भरी थी।
स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह रही साथ
इस दौरान राष्ट्रपति की स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ एक फोटो सामने आई। पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शिवांगी को पकड़ने का दावा किया था, लेकिन पीआईबी ने 10 मई को फैक्ट चेक में इस दावे को झूठा बताया। शिवांगी वाराणसी की रहने वाली हैं।
2 फाइटर जेट में उड़ान भरने वाली पहली राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय वायु सेना के 2 फाइटर विमानों में उड़ान भरने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति हैं. इससे पहले उन्होंने 7 अप्रैल 2023 को असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट के जरिए उड़ान भरी थी. राष्ट्रपति ने सुखोई के साथ सुबह 11.08 मिनट पर टेक ऑफ किया था और 11.38 मिनट पर लैंड किया था. उन्होंने तब करीब 30 मिनट की उड़ान भरी थी. द्रौपदी मुर्मू से पहले राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल ने भी सुखोई में उड़ान भरी थी.
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से भरी उड़ान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज सुबह अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से फाइटर जेट राफेल में उड़ान भरी और पाकिस्तान को करारा संदेश दिया. राष्ट्रपति ने राफेल के जरिए सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर टेक ऑफ किया और सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर लैंड किया. उन्होंने करीब 40 मिनट तक उड़ान भरी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जिस राफेल में सवार हुई, उसे ग्रुप कैप्टन अमित गेहानी ने उड़ाया. राष्ट्रपति के राफेल के पीछे एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने दूसरे एयरक्राफ्ट के जरिए उन्हें एस्कॉर्ट किया.
