PM मोदी की बंगाल सांसदों से विशेष बैठक, विपक्ष का संसद के बाहर प्रदर्शन

बुधवार को संसद का शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत राजनीति के एक अलग ही सियासत से हुई। सुबह 11 बजे की कार्यवाही से पहले PM नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर में पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के साथ अहम बैठक की और कहा बंगाल विधानसभा चुनाव जीतना है… अभी से जमीन पर काम शुरू करें।
बंगाल पर क्यों बढ़ा फोकस?
2026 के चुनाव और SIR पर बड़ा पलटवार की तैयारी है, बैठक ऐसे समय में हुई जब 9 दिसंबर को बंगाल समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR (State Investment Regions) को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा होने वाली है। पीएम ने सांसदों को साफ निर्देश दिया -केंद्र सरकार की योजनाएं सीधे जनता तक पहुंचें, हर लोकसभा क्षेत्र में संगठन को फिर से सक्रिय करें । विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर और कल्याण योजनाओं पर जोर दें कहा जा रहा है कि इससे बंगाल मिशन 2026 का रोडमैप तय होगा।
विपक्ष सड़क से लेकर संसद तक आक्रामक
सुबह 10:30 बजे, संसद परिसर के मकर द्वार के सामने विपक्षी पार्टियों ने लेबर कोड के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इसमें सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और खड़गे समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। वे लगातार आरोप लगा रहे हैं कि नए लेबर लॉ मजदूरों के अधिकारों को कमजोर करते हैं।दिल्ली के वायु प्रदूषण को लेकर विपक्ष ने एक अलग ही तरीके से विरोध जताया। कई सांसद गैस मास्क पहनकर संसद पहुंचे ।
सदन में SIR पर जारी घमासान
1 और 2 दिसंबर को SIR को लेकर हुए भारी हंगामे से संसद का कामकाज ठप रहा था। आज भी लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा जारी रही। सरकार इसे विकास का बड़ा इंजन बता रही है, जबकि विपक्ष का कहना है SIR कहीं केंद्र के हाथों राज्यों के अधिकार कमजोर करने का नया तरीका तो नहीं?
