सेना प्रमुख ने कहा ऑपरेशन सिंदूर धर्म युद्ध है, कभी नमाज के वक्त हमला नहीं किया

सतना। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा ऑपरेशन सिंदूर एक धर्म युद्ध है, और हमने कभी नमाज के वक्त हमला नहीं किया, तो यह सिर्फ एक बयान नहीं था, बल्कि उस सोच का परिचय था जो भारतीय सेना को बाकी दुनिया से अलग बनाती है।
सतना लौटे सेना प्रमुख जहां से शुरू हुई थी यात्रा
53 साल बाद जब जनरल द्विवेदी अपने बचपन के स्कूल सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल, सतना पहुंचे, तो माहौल भावनाओं से भर गया। वही गलियारे, वही कक्षाएं, वही मैदान जहां कभी उन्होंने एक छात्र के रूप में कदम रखा था। बच्चों के बीच बैठकर उन्होंने न सिर्फ अपने अनुभव साझा किए, बल्कि जीवन का सबसे अहम सबक भी दिया Three-A मंत्र: Attitude, Adaptability, Ability। उन्होंने कहा,
मैं इसी स्कूल में पढ़ा हूं। यहीं से सीखा कि सोच में अनुशासन और दिल में जज्बा हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं रहती।
ऑपरेशन सिंदूर: युद्ध नहीं, नैतिकता की परीक्षा
जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि ‘धर्म युद्ध’ कहा। उनके अनुसार, यह अभियान 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुआ था। छह और सात मई की रात, भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत इलाकों में आतंकियों के ठिकाने तबाह किए। चार दिनों तक चली इस कार्रवाई में सेना ने सिर्फ दुश्मन को नहीं, बल्कि अपने नैतिक मूल्यों को भी मजबूत रखा।
उन्होंने कहा कि सेना ने कभी नमाज या किसी धार्मिक प्रार्थना के दौरान हमला नहीं किया। यह बात उस समय कही गई जब देश में सैन्य कार्रवाई को लेकर तरह-तरह की बहसें चल रही थीं।
