NIA Raid: जम्मू-कश्मीर में NIA का बड़ा एक्शन, शोपियां सहित कई स्थानों पर छापेमारी

जम्मू-कश्मीर में NIA का बड़ा एक्शन, शोपियां सहित कई स्थानों पर छापेमारी
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NIA Raids in Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर। एनआईए (National Investigation Agency) ने गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां , पुलवामा , कुलगाम , बारामूला, और कुपवाड़ा जिलों में 32 स्थानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई आतंकवाद से संबंधित मामलों, विशेष रूप से 22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) की जांच के सिलसिले में की गई। शोपियां जिले के रेबन में बिलाल अहमद डार , नीलदूरा में जहांगीर अहमद भट और चाकू में बिलाल अहमद भट के घरों पर छापेमारी हुई।

जानकारी के मुताबिक, एनआईए की यह कार्रवाई लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़े ओवर ग्राउंड वर्करों (OGW) के ठिकानों पर केंद्रित थी।

सूत्रों के अनुसार, ये ओजीडब्ल्यू पहलगाम हमले में शामिल थे और विभिन्न आतंकी संगठनों को लॉजिस्टिक्स, हथियार, और सूचना प्रदान करते थे। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी द्वारा हिरासत में लिए गए 100 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर यह कार्रवाई की।

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसारन घाटी (Baisaran Valley) में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी संगठन है। हमले में चार आतंकियों, जिनमें दो पाकिस्तानी नागरिक, हाशिम मूसा,अली भाई और दो स्थानीय आतंकी, आदिल हुसैन ठोकर और अहसान शामिल थे। एनआईए ने हमले की जांच अपने हाथ में ली और सबूत जुटाने के लिए गहन छानबीन शुरू की।

ओवर ग्राउंड वर्करों की भूमिका

सूत्रों के मुताबिक, कश्मीर में सक्रिय सिविल सोसाइटी और गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) की आड़ में ये ओजीडब्ल्यू आतंकी संगठनों को समर्थन देते थे। ये लोग लॉजिस्टिक्स, हथियारों की आपूर्ति, और सीमा पार से संचालित आतंकियों के साथ संचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। एनआईए ने 15 स्थानीय OGW को चिह्नित किया, जिनमें से कुछ को हिरासत में लिया गया है। इनमें से कई दक्षिण कश्मीर के हैं और इन्हें पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए 'इंडेक्स' किया गया था।

गौरतलब है कि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और एसआईए ने 200 से अधिक ओजीडब्ल्यू को हिरासत में लिया और पूछताछ की। एनआईए ने इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और हिरासत में लिए गए संदिग्धों से प्राप्त जानकारी के आधार पर इन छापेमारियों को अंजाम दिया। शोपियां के जिनपथर केलर और पुलवामा के नदर त्राल में हाल के अभियानों में छह आतंकी मारे गए, जिनमें शाहिद कुट्टे और अदनान शफी शामिल थे।



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