Raj-Uddhav Thackeray Meeting: महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरण? जन्मदिन पर राज ठाकरे पहुंचे मातोश्री, उद्धव ठाकरे से की मुलाकात

Raj Thackeray Uddhav Thackeray Meeting: महाराष्ट्र की सियासत में एक नई हलचल देखी जा रही है। लंबे समय बाद ठाकरे परिवार के दो भाई राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे फिर से करीब आते नजर आ रहे है। रविवार को (MNS) प्रमुख राज ठाकरे, शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे को जन्मदिन की बधाई देने उनके घर ‘मातोश्री’ पहुंचे। खास बात यह रही कि राज ठाकरे कई सालो बाद मातोश्री पहुंचे थे।
राज ठाकरे सुबह दादर स्थित अपने आवास ‘शिवतीर्थ’ से निकलकर बांद्रा स्थित ‘मातोश्री’ पहुंचे और उद्धव ठाकरे को लाल गुलाब का गुलदस्ता देकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। दोनों नेताओं के बीच करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई। इस मुलाकात को लेकर शिवसेना के वरिष्ठ नेता अरविंद सावंत ने कहा, “बीते 20 सालों से जो सूनापन था, वह अब खत्म होता दिख रहा है।”
एक महीने में दूसरी बार मिले दोनों नेता
यह पहला मौका नहीं है जब दोनों भाइयों की मुलाकात हुई है। इससे पहले 5 जुलाई को भी दोनों एक साझा मंच पर एक रैली के दौरान मिले थे। यह रैली महाराष्ट्र सरकार द्वारा हिंदी भाषा पर जारी सरकारी आदेश को वापस लेने की खुशी में आयोजित की गई थी। उस मंच पर उद्धव ठाकरे ने कहा था, “हम साथ आए है, और साथ रहेंगे।”
राज ठाकरे की इस मुलाकात के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे है। शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने भी मातोश्री के दरवाजे पर राज ठाकरे का स्वागत किया। खुद उद्धव ठाकरे ने कहा, “राज का मेरे जन्मदिन पर आना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। उनकी शुभकामनाओं से मेरी खुशी दोगुनी हो गई।”
क्या फिर से एक हो सकते है ठाकरे बंधु?
साल 2005 में राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) बनाई थी। तब से लेकर अब तक राज ठाकरे सिर्फ एक बार साल 2012 में मातोश्री गए थे, जब उद्धव की तबीयत खराब थी। अब 2025 में दोबारा उनका यूं आना और बार-बार मिलना, राजनीतिक गलियारों में नए रिश्तो की चर्चा को हवा दे रहा है।
भले ही फिलहाल इसे एक पारिवारिक मुलाकात बताया जा रहा हो, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले समय में कुछ दिलचस्प समीकरण बन सकते है।
