मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट: कॉमर्शियल फ्लाइट ऑपरेशन स्टार्ट, पीएम ने किया था उद्घाटन

खबर नवी मुंबई से जहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कॉमर्शियल फ्लाइट ऑपरेशन शुरू हो गया है। बेंगलुरु से इंडिगो की पहली फ्लाइट यात्रियों को लेकर नवी मुंबई एयरपोर्ट पहुंची। आगमन पर फ्लाइट को पारंपरिक वाटर कैनन सैल्यूट दिया गया।इंडिगो की दूसरी फ्लाइट ने नवी मुंबई से हैदराबाद के लिए उड़ान भरी। इसके साथ ही एयरपोर्ट का पहला आगमन और प्रस्थान चक्र पूरा हुआ। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसे छडप्। की पहली कॉमर्शियल लैंडिंग और टेक.ऑफ बताया।
गौतम अडाणी ने सभी यात्रियों का स्वागत किया
एयरपोर्ट पर अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने पहली कॉमर्शियल उड़ान से उतरे सभी यात्रियों का स्वागत किया। अडाणी ने उनके साथ सेल्फी भी खिंचाईं। अडाणी ग्रुप की नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड कंपनी एयरपोर्ट का निर्माण और विकास कर रही है।एयरपोर्ट से पहले दिन इंडिगो एअर इंडिया एक्सप्रेसए अकासा एयर और स्टार एयर की घरेलू उड़ानें संचालित होंगी। ये उड़ानें देश के नौ शहरों को नवी मुंबई से जोड़ेंगी। पहले दिन 15 फ्लाइट एयरपोर्ट से रवाना होंगी।
पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 8 अक्टूबर को नवी मुंबई एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। यह एयरपोर्ट पांच चरणों में बनेगा। फिलहाल सिर्फ पहला चरण पूरा हुआ है जिसपर 19650 करोड़ रुपए की लागत आई है। शुरुआती चरण में एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 2 करोड़ यात्री और 5 लाख मीट्रिक टन कार्गो संभालने की होगी। करीब 1160 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला यह एयरपोर्ट पूरा होने पर सालाना 9 करोड़ यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा।
12 घंटे संचालित होगा।
इसमें कार्गो टर्मिनल और मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी की सुविधा भी होगी। अभी एयरपोर्ट सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कुल 12 घंटे संचालित होगा। अधिकारियों के अनुसारए अगले साल फरवरी से संचालन को फेज वाइज 24 घंटे करने की योजना है। परियोजना का विकास और निर्माण का काम नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड नाम की कंपनी कर रही है। मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की एक यूनिट है जिसमें अडाणी समूह की 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है। महाराष्ट्र सरकार की सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन पास शेष 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भारत के प्रमुख विमानन केंद्रों में शामिल किए जाने की योजना है। इसे मुंबई और पश्चिमी भारत की बढ़ती हवाई यातायात जरूरतों को ध्यान में रखकर विकसित किया जा रहा है।
