राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर हंगामा: खरगे बोले- 'संसद में होकर भी पीएम मोदी नहीं आए, ये सदन का अपमान', विपक्ष का वॉकआउट

राज्यसभा में बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान जोरदार हंगामा हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सदन में मौजूद न होने पर विपक्ष ने कड़ा विरोध किया और अंत में वॉकआउट कर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने करीब डेढ़ घंटे तक सदन को संबोधित किया। उन्होंने शाम 7 बजे भाषण शुरू किया और रात 8:25 बजे तक बोलते रहे। विपक्ष लगातार नारेबाजी करते हुए ‘प्रधानमंत्री कहां है?’ के नारे लगाता रहा।
अमित शाह ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “आपको पीएम मोदी को सुनने का इतना शौक है क्या? जब मेरे से निपट रहे है तो उन्हें क्यों बुला रहे हो? और ज्यादा तकलीफ होगी।”
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “हमारी मांग थी कि प्रधानमंत्री खुद सदन में आकर जवाब दें। वो दिल्ली में होते हुए भी नहीं आए, यह सदन का अपमान है।”
खड़गे की टिप्पणी पर शाह ने पलटवार किया, “हैरानी की बात है कि ये मुद्दा खड़गे साहब उठा रहे है, क्योंकि कांग्रेस तो अक्सर इन्हें बोलने भी नहीं देती। प्रधानमंत्री तय करेंगे कि सरकार की ओर से कौन जवाब देगा।”
शाह ने आगे कहा कि पाकिस्तानी आतंकियों के हमले का करारा जवाब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव से दिया, जिसमें तीन आतंकी ढेर हुए।
विपक्ष के हंगामे और वॉकआउट के बाद राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। इसी के साथ ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिन चली विशेष बहस खत्म हो गई।
