Pak के झूठ पर भारत का पलटवार: आतंकवाद का गढ़, झूठ के साथ हुई थी शुरुआत; ऑपरेशन सिंदूर में नहीं हुआ आम नागरिकों पर हमला - विदेश सचिव

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद विदेश मंत्रालय ने आज शाम को फिर एक बार प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ-साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी शामिल रहीं।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठ को बेनकाब करना था। विदेश सचिव ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठ पर सख्त प्रतिक्रिया दी। साथ ही कहा कि - पाकिस्तान की आदत शुरू से ही झूठ बोलने की रही है।
भारत नहीं, पाकिस्तान ने पहले उकसाया: विदेश सचिव
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साफ कहा है कि भारत की तरफ से कोई उकसावा नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि शुरुआत पाकिस्तान की तरफ से हुई, जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ। उसी का जवाब भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए दिया है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पहले पाकिस्तान ने पहलगाम हमले में अपने भूमिका से इनकार किया। फिर, पाकिस्तान की टीआरएफ इस हमले की जिम्मेदारी ली और बाद में मुकर गया। साथ ही मिस्री ने कहा कि भारत पहले ही यह स्पष्ट कर चुका है कि टीआरएफ, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ आतंकी संगठन है। और जब संयुक्त राष्ट्र के बयान में आतंकी संगठन टीआरएफ का नाम आया, तो पाक ने उसने उसमें भी अड़चनें डाली।
पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव ने तथ्यों और सबूतों के साथ याद दिलाया कि पाकिस्तान हमेशा आतंकियों को पनाह देता आया है। ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में ही मिला और उसे "शहीद" कहा गया। साजिद मीर को पहले मरा हुआ बताया गया, लेकिन बाद में वह जिंदा उसी देश में पाया गया।
इतना ही नहीं बल्कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया गया कि पाकिस्तान में अभी भी मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे कई खतरनाक आतंकी खुलेआम घूम रहे हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंधित किया है।
ऑपरेशन सिंदूर में आम नागरिक को नहीं हुआ नुकसान
प्रेस से बात चीत के दौरान विदेश सचिव ने दोहराया कि सेना की कार्यवाही सिर्फ आतंकियों के खिलाफ थी और सभी टारगेट पहले से चुने गए थे। हमलों के बाद की तस्वीरों में साफ देखा गया कि मारे गए लोग आतंकी थे।
साथ ही यह भी कहा कि अगर आम लोग मारे गए होते, तो हमले के बाद वायरल हुई तस्वीरों में पाकिस्तानी सेना के अफसर आतंकियों के जनाजे में शामिल नहीं होते और आतंकियों को राजकीय सम्मान न दिया जाता।
भारत ने धार्मिक स्थलों को नहीं बनाया टारगेट
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक और झूठ फैलाया है कि भारत ने धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया। इस दावे को पूरी तरह खारिज करते हुए विदेश सचिव ने कहा सेना की कार्यवाही केवल आतंकियों और उनके ठिकानों के खिलाफ थी, न कि किसी धार्मिक स्थल के खिलाफ।
पाकिस्तान खुद धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहा है। कल पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक गुरुद्वारे के साथ-साथ सिख परिवारों के घरों पर हमला किया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई।
