बरेका ने रचा नया इतिहास: 2500वें विद्युत रेल इंजन का भव्य लोकार्पण

2500वें विद्युत रेल इंजन का भव्य लोकार्पण
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बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) ने आज तकनीकी उत्कृष्टता और नवाचार की नई ऊंचाइयों को छूते हुए 2500वें विद्युत रेल इंजन को राष्ट्र को समर्पित किया। इस लोकोमोटिव का लोकार्पण महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह द्वारा किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत 'हॉल ऑफ फेम' में एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण से हुई, जिसमें बरेका के निर्माण इतिहास, निर्यात उपलब्धियों, स्वदेशीकरण, हरित ऊर्जा प्रयासों एवं तकनीकी नवाचारों को रेखांकित किया गया।

इसके उपरांत प्रतिनिधियों ने बरेका की अत्याधुनिक कर्मशालाओं का भ्रमण कर लोकोमोटिव निर्माण प्रक्रिया का अवलोकन किया।

8 वर्षों में 2500 विद्युत रेल इंजन: एक कीर्तिमान

2017 में दो विद्युत इंजन के निर्माण से शुरू हुई यह यात्रा मात्र 8 वर्षों में 2500वें विद्युत लोकोमोटिव तक पहुँची है। यह बरेका की उत्पादन क्षमता, दृढ़ इच्छाशक्ति, और तकनीकी सामर्थ्य का प्रमाण है। अब तक बरेका द्वारा कुल 10,822 लोकोमोटिव बनाए जा चुके हैं, जिनमें

- 7498 डीज़ल इंजन

- 2500 विद्युत इंजन

- 641 गैर-रेलवे ग्राहकों हेतु डीज़ल इंजन

- 174 निर्यातित डीज़ल इंजन

- 1 ड्यूल ट्रैक्शन इंजन

- 8 कन्वर्जन इंजन शामिल हैं।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में बरेका ने रिकॉर्ड 472 इलेक्ट्रिक लोको का निर्माण किया, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम है।

- WAP-7 : तकनीक और भरोसे का प्रतीक

- 2500वां इंजन, आधुनिक तकनीक से लैस WAP-7 श्रेणी का है, जिसमें 6000 HP क्षमता, वातानुकूलित कैब, रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग, और 140 किमी/घंटा की गति क्षमता जैसे गुण समाहित हैं। यह इंजन दक्षिण पश्चिम रेलवे के कृष्णराजपुरम शेड को भेजा जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर बरेका की पहचान

हाल ही में मोज़ाम्बिक रेलवे द्वारा बरेका को 10 आधुनिक डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का ऑर्डर मिला है, जिनमें से 2 इंजन जून 2025 में रवाना हो चुके हैं। शेष 8 इंजनों की आपूर्ति दिसंबर 2025 तक पूर्ण की जाएगी।

बरेका की यह उपलब्धि न केवल एक औद्योगिक सफलता है, बल्कि यह भारत की तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम का भी प्रतीक है।

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