2025 में सोने को पछाड़ चांदी की रफ्तार, चांदी के आगे फीका पड़ा सोना

2025 में सोने को पछाड़ चांदी की रफ्तार, चांदी के आगे फीका पड़ा सोना
X

इस साल कीमतों में 130 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल

वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच निवेश के सुरक्षित विकल्प (सेफ हेवन) और चुनिंदा उद्योगों में मांग बढ़ने से इस साल चांदी ने रिटर्न के मामले में परंपरागत निवेश विकल्पों-सोना और शेयर बाजार-को भी पीछे छोड़ दिया है। स्थिति यह हो गई है कि जहां सोने ने करीब 70 फीसदी रिटर्न दिया है, वहीं चांदी 130 फीसदी से भी ज्यादा चढ़ी है।

एक्सपरट्स की राय

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत दरों में आगे और कटौती की उम्मीदों के बीच चांदी में अगले साल भी 15 से 20 फीसदी तक की तेजी बने रहने की संभावना है।

चांदी में आई तेजी के बारे में आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स लिमिटेड के निदेशक (जिंस और मुद्रा) नवीन माथुर ने कहा,

“अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में चांदी ने अब तक लगभग 130 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है, जबकि इस वर्ष डॉलर के मुकाबले रुपये में पांच फीसदी से ज्यादा की गिरावट के चलते एमसीएक्स वायदा कीमतों में रिटर्न अब तक करीब 138 फीसदी तक पहुंच गया है।”

नए वर्ष में भी चांदी में मजबूती की उम्मीद

विशेषज्ञों के मुताबिक आर्थिक गतिविधियों और महंगाई बने रहने के साथ सौर उपकरणों एवं इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) जैसे उद्योगों में मांग बढ़ने की संभावना है। इससे चांदी की चमक अगले साल भी बनी रह सकती है और यह सोने की तरह सुरक्षित निवेश विकल्प बनती दिख रही है।

माथुर ने कहा कि उछाल का एक कारण यह भी है कि निवेशकों का एक हिस्सा सरकारी बॉन्ड और मुद्राओं के मुकाबले वैकल्पिक निवेश उत्पादों में निवेश कर रहा है, जिससे सफेद धातु में निवेश की मांग बढ़ी है।

चांदी की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष (जिंस) राहुल कलंत्री ने कहा,

“मजबूत औद्योगिक मांग, सीमित सप्लाई और अनुकूल तकनीकी रुझानों के कारण चांदी का लॉन्ग-टर्म आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है। 2026 के लिए 15 से 20 फीसदी वृद्धि का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।”

पिछले पांचवें साल लगातार सप्लाई में कमी से भी चांदी के भाव में तेजी आई है। सोने और चांदी के अनुपात में आई तेज गिरावट यह दर्शाती है कि चांदी की कीमतें सोने के मुकाबले अधिक तेजी से बढ़ रही हैं। यह निवेश के लिहाज से चांदी को बेहतर अवसर के रूप में प्रस्तुत करता है।

चांदी की औद्योगिक मांग मजबूत

राहुल कलंत्री ने कहा कि चांदी की कीमतों में उछाल सट्टेबाजी का परिणाम नहीं, बल्कि संरचनात्मक कारकों का नतीजा है। सप्लाई में लगातार कमी के साथ औद्योगिक मांग मजबूत बनी हुई है। एआई, ईवी और स्वच्छ ऊर्जा जैसे नए क्षेत्रों में बढ़ती मांग कीमतों में वृद्धि का प्रमुख कारण है।

इसके अलावा ईटीएफ में निरंतर निवेश, भौतिक खरीद में बढ़ोतरी और निवेशकों द्वारा जिंस में निवेश बढ़ाने से भी कीमतों को समर्थन मिला है।

रिटर्न की बात करें तो इस साल 19 दिसंबर तक सोने ने लगभग 72 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि इक्विटी बाजार में निफ्टी 50 और निफ्टी 500 सूचकांकों ने क्रमशः 7.0 फीसदी और 5.1 फीसदी का रिटर्न दिया है।

मांग और सप्लाई से जुड़े सवाल पर माथुर ने चांदी उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाले वैश्विक निकाय सिल्वर इंस्टिट्यूट के अनुमान का हवाला देते हुए कहा कि चांदी की सप्लाई में लगातार पांचवें वर्ष लगभग 9.5 करोड़ औंस की कमी दर्ज की गई है। आने वाले वर्षों में चांदी की कीमतों में सकारात्मक रुझान का एक बड़ा कारण यही कमी रहेगी।

उन्होंने कहा कि 2025 में औद्योगिक मांग चांदी की ऊंची कीमतों का प्रमुख आधार रही है और अगले वर्ष भी बाजार को इससे मजबूत समर्थन मिलने की उम्मीद है। हालांकि निवेशकों को अस्थिरता और बीच-बीच में आने वाले सुधारों के लिए तैयार रहना चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय से पहले अनुशासित, चरणबद्ध निवेश दृष्टिकोण और पेशेवर वित्तीय सलाह आवश्यक है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष चांदी में असाधारण रिटर्न मिला है, ऐसे में अगले वर्ष भी इसी तरह के रिटर्न की उम्मीद करना उचित नहीं होगा।

सोने-चांदी ने बनाए नए रिकॉर्ड

नई दिल्ली। सोने और चांदी के वायदा बाजार में मंगलवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। लगातार दूसरे दिन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दोनों कीमती धातुओं ने नए रिकॉर्ड बनाए। सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग के चलते सोना और चांदी ऑल टाइम हाई स्तर पर पहुंच गए।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का बेंचमार्क फरवरी कॉन्ट्रैक्ट 1,553 रुपये की तेजी के साथ 1,38,297 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला। पिछले सत्र में यह 1,36,744 रुपये पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान सोना 1,439 रुपये की बढ़त के साथ 1,38,183 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। सत्र के दौरान इसने 1,38,300 रुपये का नया सर्वोच्च स्तर भी छू लिया, जबकि दिन का निचला स्तर 1,37,826 रुपये रहा।

चांदी के वायदा भावों में भी जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। एमसीएक्स पर चांदी का मार्च कॉन्ट्रैक्ट 1,626 रुपये की तेजी के साथ 2,14,498 रुपये प्रति किलो पर खुला। पिछला बंद भाव 2,12,872 रुपये था। कारोबार के दौरान यह 2,978 रुपये की बढ़त के साथ 2,15,850 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। सत्र के दौरान चांदी ने 2,16,596 रुपये प्रति किलो का ऑल टाइम हाई स्तर छू लिया।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। कॉमेक्स पर सोना 4,481.80 डॉलर प्रति औंस पर खुला और कारोबार के दौरान 4,530.80 डॉलर प्रति औंस के ऐतिहासिक स्तर तक पहुंच गया।

Next Story