धीरेंद्र शास्त्री की सीधी चेतावनी: बाबरी बनी तो 1992 दोहराएंगे, मथुरा में हनुमान चालीसा पाठ का ऐलान

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं इस बार उन्होंने मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद और बंगाल में बाबरी मस्जिद के कथित पुनर्निर्माण को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा बागेश्वर ने कहा कि हिंदू अब चुप नहीं रहेगा और अगर इतिहास दोहराने की कोशिश हुई, तो जवाब भी वैसा ही मिलेगा ।
'कृष्ण लला आएंगे, माखन मिश्री खाएंगे'
अयोध्या के बाद अब धीरेंद्र शास्त्री का पूरा ध्यान मथुरा पर है. उन्होंने नया नारा देते हुए घोषणा की कि वे बहुत जल्द श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास विशाल हनुमान चालीसा का पाठ करने मथुरा जाएंगे। हालांकि सुरक्षा और व्यवस्थाओं को देखते हुए उन्होंने अभी तारीख का खुलासा नहीं किया है. बता दें कि पिछले महीने ही उन्होंने दिल्ली से मथुरा तक की विशाल पदयात्रा पूरी की थी। बाबरी मस्जिद विवाद पर तीखे बोल बंगाल के मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की खबरों पर नाराजगी जताते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने इसे विदेशी आक्रांताओं की साजिश करार दिया । उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा अगर देश में दोबारा बाबरी मस्जिद बनाने की कोशिश हुई, तो भारत का हिंदू फिर से 1992 दोहराने के लिए तैयार है. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग राम मंदिर की जगह अस्पताल बनाने की सलाह देते थे आज वे चुप क्यों हैं?
बाबरी बनी तो बाबा आएगा
बाबा बागेश्वर ने दो टूक कहा जब तक जीवित रहेंगे, हिंदू और हिंदुत्व के लिए लड़ते रहेंगे। अगर बाबरी की बात हुई तो मैं खुद बंगाल जाऊंगा, क्योंकि जहां बाबरी का नाम आएगा, वहां बाबा जरूर पहुंचेगा। उन्होंने कश्मीर से लेकर बंगाल तक हिंदुओं के खिलाफ बोलने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही।
क्या हुआ था 1992 में?
पंडित धीरेंद्र शास्त्री जिस 1992 का जिक्र कर रहे हैं, वह भारतीय इतिहास की एक बड़ी घटना है । 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में लाखों कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को ढहा दिया था. इसी घटना के बाद राम मंदिर आंदोलन ने निर्णायक मोड़ लिया था जिसका परिणाम आज भव्य राम मंदिर के रूप में सबके सामने है।
