संसद सत्र का चौथा दिन, भाजपा सांसद ने लिव इन रिलेशनशिप को बताया बीमारी, कहा - इसके खिलाफ कानून बनाया जाए

भाजपा सांसद ने लोकसभा में उठाया लिवइन रिलेशनशिप मुद्दा
नईदिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। राज्यसभा में आज जम्मू-कश्मीर से जुड़े दोनों बिल पेश किए जाएंगे। खुद गृहमंत्री अमितशाह राज्यसभा में आज में ये बिल पेश करेंगे।
सदन में चर्चा के दौरान हरियाणा से भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह ने लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने शून्य काल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि प्रेम विवाह में तलाक की दर अधिक है। इसलिए ऐसे रिश्तों के लिए दूल्हा और दुल्हन के माता-पिता की सहमति अनिवार्य बनाई जानी चाहिए। "मैं सरकार और संसद के ध्यान में एक बहुत ही गंभीर मुद्दा लाना चाहता हूं। भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम और भाईचारे के दर्शन के लिए जानी जाती है। हमारा सामाजिक ताना-बाना दुनिया में दूसरों से अलग है। पूरी दुनिया हमारी विविधता में एकता से प्रभावित है।
उन्होंने कहा कि "शादी को एक पवित्र रिश्ता माना जाता है जो सात पीढ़ियों तक चलता है। भारत में तलाक की दर लगभग 1.1 प्रतिशत है, जबकि अमेरिका में यह दर लगभग 40 प्रतिशत है। यह देखा गया है कि व्यवस्थित विवाह में तलाक की दर बहुत कम है। हालांकि, हाल ही में तलाक की दर में काफी वृद्धि हुई है और इसका मुख्य कारण प्रेम विवाह है।"
अधीर रंजन ने नेहरू मुद्दे पर दी प्रतिक्रिया -
इससे पहले संसद के बाहर अधीर रंजन ने गृहमंत्री शाह द्वारा नेहरू को लेकर दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। सदन के बाहर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,''इस मामले पर पूरे दिन सदन में चर्चा होनी चाहिए. .यह कोई छोटी बात नहीं है. भारत का इतिहास सिर्फ अमित शाह ही नहीं जानते, और भी होंगे, तो देश की जनता को पता चलेगा। इसलिए देशवासियों को पता होना चाहिए कि जब 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी, तब अमित शाह ने कहा था कि PoK को वापस लाया जाएगा।उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को सत्ता में 10 साल हो गए हैं, उससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी 6 साल के लिए PM थे। तो भाजपा को कौन रोक रहा है?... 2024 चुनाव से पहले PoK को वापस लाएं। आपको पूरे भारत के सारे वोट मिलेंगे।
