आर्मी चीफ ने दिए संकेत, ऑपरेशन सिंदूर 2.0 कभी भी हो सकता है शुरू

आर्मी चीफ ने दिए संकेत, ऑपरेशन सिंदूर 2.0 कभी भी हो सकता है शुरू
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आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी बोले- ऑपरेशन सिंदूर 2.0 कभी भी हो सकता है शुरू। महिला जवानों को बताया मां काली, लीडरशिप पर दिया जोर।

पिथौरागढ़ (उत्तराखंड)। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को पिथौरागढ़ में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर 2.0 कभी भी शुरू हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर 1.0 अभी खत्म नहीं हुआ है, केवल गोलाबारी कुछ समय के लिए रोकी गई है। सेना इस पूरे ऑपरेशन के अगले चरण के लिए पूरी तरह तैयार है।

जनरल द्विवेदी ने यह बयान उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया, जहां वे सैनिकों, अधिकारियों और पूर्व सैनिकों से मिले। उन्होंने देश की सीमाओं की सुरक्षा, आंतरिक नेतृत्व और सेना में महिला भूमिका को लेकर कई अहम बातें कहीं।

पिथौरागढ़ में महिला जवानों को बताया 'मां काली'

आर्मी चीफ ने महिला सैनिकों को लेकर कहा, “वे मां काली के रौद्र रूप जैसी हैं। जिस तरह उनका उग्र रूप भय मिटाता है, वैसे ही महिला जवान अपने दम पर बेहतरीन लीडर बन सकती हैं।” उन्होंने महिला और पुरुष सैनिकों के लिए समान टेस्ट की बात को भी दोहराया।


उनका यह बयान सेना में महिला सशक्तिकरण और बराबरी के मौके देने के दिशा में एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

सेना प्रमुख की तीन प्रमुख बातें

1. देश निर्माण में सेना की अग्रणी भूमिका

जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना सिर्फ युद्ध के समय नहीं, बल्कि आपदाओं में भी नागरिकों के साथ खड़ी रहती है। उन्होंने थराली और अमरनाथ आपदाओं में सेना की राहत-बचाव कार्यों को याद किया और बताया कि कमांडर स्तर पर निर्णय लेकर त्वरित कार्रवाई की जा सकती है।

2. लीडर वही, जिसे सब फॉलो करें

उन्होंने जवानों को बेहतर लीडर बनने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हर जवान को अपनी शारीरिक क्षमता, तकनीकी ज्ञान और सोच को विकसित करना चाहिए। “ऐसा लीडर बनो, जिसे देखकर बाकी लोग आगे बढ़ें।” उन्होंने गेम, जिम या एडवेंचर को बतौर विकल्प अपनाने को कहा।

3. पूर्व सैनिकों की हर समस्या का हल

जनरल द्विवेदी ने पूर्व सैनिकों को आश्वासन दिया कि उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने ‘50वां नमन स्टेशन’ के निर्माण और टेली मेडिसिन सेवा की शुरुआत की जानकारी दी। साथ ही कहा कि पेंशन, लोन और अन्य ज़रूरतों के लिए अब केंद्रीय व राज्य बोर्ड सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।


रविवार को आर्मी चीफ जाएंगे आदि कैलाश

सेना प्रमुख रविवार को ज्योलिंगकांग (आदि कैलाश) जाएंगे, जो भारत-चीन सीमा के पास स्थित है। यहां वे सीमा पर तैनात जवानों से मुलाकात करेंगे, दीपावली की शुभकामनाएं देंगे और उनका मनोबल बढ़ाएंगे। इसके बाद वे नैनीसैनी एयरपोर्ट से रवाना होकर बरेली जाएंगे।

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