BREAKING NEWS: इंडियन एयरफोर्स के अपाचे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, पठानकोट एयरबेस से भरी थी उड़ान

Apache Helicopter makes Emergency Landing : पठानकोट। पठानकोट के नंगलपुर क्षेत्र में शुक्रवार को भारतीय वायुसेना (IAF) के एक अपाचे हेलीकॉप्टर को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। यह घटना संभवतः किसी तकनीकी खराबी के कारण हुई, जिसके चलते पायलटों ने एहतियातन हेलीकॉप्टर को एक खुले मैदान में उतारा। इस घटना में किसी तरह के नुकसान या हताहत की कोई खबर नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, हेलीकॉप्टर ने पठानकोट वायुसेना स्टेशन से उड़ान भरी थी और उड़ान के कुछ समय बाद ही यह आपात स्थिति उत्पन्न हुई। स्थानीय पुलिस ने बताया कि हेलीकॉप्टर को सुरक्षित रूप से उतार लिया गया, और सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत क्षेत्र को घेर लिया ताकि कोई अनधिकृत व्यक्ति वहां न पहुंच सके।
हेलीकॉप्टर के उतरते ही आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए, जिससे वहां कुछ देर के लिए हलचल मच गई। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया। भारतीय वायुसेना ने अभी तक इस आपात लैंडिंग के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
मौके पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने ऑपरेशनल और सुरक्षा प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए टिप्पणी करने से मना कर दिया। उन्होंने यह आश्वासन जरूर दिया कि इस घटना से सार्वजनिक सुरक्षा या बुनियादी ढांचे को कोई खतरा नहीं है।
वायुसेना के तकनीकी विशेषज्ञ हेलीकॉप्टर की कर रहे जांच
पठानकोट में हुई इस ताजा घटना की जांच शुरू कर दी गई है। वायुसेना के तकनीकी विशेषज्ञ हेलीकॉप्टर की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि तकनीकी खराबी का कारण क्या था। पायलटों की त्वरित कार्रवाई की सराहना की जा रही है, जिन्होंने एक बड़े हादसे को टाल दिया।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब भारतीय वायुसेना के अपाचे हेलीकॉप्टर को आपात लैंडिंग करनी पड़ी हो। इससे पहले, 6 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में भी एक अपाचे हेलीकॉप्टर ने नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान एहतियातन लैंडिंग की थी। उस घटना में भी कोई नुकसान नहीं हुआ था, और वायुसेना के तकनीशियनों ने हेलीकॉप्टर की मरम्मत कर इसे सुरक्षित रूप से सरसावा एयरबेस पर वापस लाया था।
इसके अलावा, 5 जून 2025 को जैसलमेर के पिथला गांव में भारतीय वायुसेना का एक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट (UAV) नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।वायुसेना ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया था कि इस हादसे में किसी व्यक्ति या संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इन घटनाओं ने वायुसेना के विमानों और हेलीकॉप्टरों की तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं, हालांकि सभी मामलों में पायलटों की सूझबूझ और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने बड़े हादसों को टाल दिया।
