हिमाचल में 398 सड़कें बंद: चंबा में हाईवे धंसा, चलती बस पर गिरे पत्थर

Himachal Pradesh Landslide : शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन, पेड़ गिरने और बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, तीन नेशनल हाईवे सहित 398 सड़कें बंद हैं, 669 बिजली ट्रांसफार्मर और 529 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां 213 सड़कें बंद हैं, जबकि कुल्लू में 84 सड़कें और 367 ट्रांसफार्मर खराब हैं। चंबा, शिमला, और कांगड़ा में भी भारी नुकसान की खबरें हैं।
चंबा में बस पर पत्थर गिरने से हादसा
चंबा जिले में चांजू से भंजराड़ू जा रही एक निजी बस पर पहाड़ी से पत्थर गिरने की घटना सामने आई। 40 यात्रियों को लेकर जा रही यह बस चूरसेऊ के पास पहुंची थी, तभी पहाड़ी से गिरे पत्थरों ने बस की छत तोड़ दी। दो यात्री मामूली रूप से घायल हो गए।
चालक और परिचालक ने तुरंत बस को सड़क किनारे रोका और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। घायलों को पीएचसी बघेईगढ़ में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।शिमला में भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई। विकासनगर में एक पेड़ गिरने से हिमुडा कॉलोनी में एक भवन की छत टूट गई, और सड़क भी बंद हो गई।
टुटीकंडी में आधा दर्जन पेड़ गिरने से कई गाड़ियां चकनाचूर हो गईं। खालीनी में ढारा ढहने से 6 मजदूर बाल-बाल बचे। यह घटना सुबह करीब 4:00 बजे हुई। विकासनगर में एक कार पर भूस्खलन और पेड़ गिरने से नुकसान हुआ।
चंबा-पठानकोट हाईवे धंसा
चंबा-पठानकोट नेशनल हाईवे दुनेरा के पास धंस गया, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। इससे मणिमहेश यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क धंसने के दौरान एक टिपर वहां से गुजर रहा था, लेकिन चालक ने समय रहते वाहन को किनारे कर लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। चंबा में 24 सड़कें, 35 ट्रांसफार्मर और 18 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं।
चंडीगढ़-मनाली हाईवे 10 घंटे बाद बहाल
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर जोगणी मोड़ के पास 11 अगस्त 2025 की रात 9:00 बजे भूस्खलन और पत्थर गिरने से यातायात बाधित हो गया। पंडोह पुलिस चौकी के प्रभारी अनील कटोच ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दोनों ओर वाहनों को रोका।
रातभर पुलिस ने स्थिति पर नजर रखी। सुबह 5:00 बजे PWD की टीम ने मलबा हटाने का काम शुरू किया और 7:00 बजे हाईवे को बहाल कर दिया। अनील कटोच ने चालकों से वन-वे सड़कों पर सावधानी बरतने और ओवरटेकिंग से बचने की अपील की।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 12 से 14 अगस्त तक भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 15 से 18 अगस्त के लिए येलो अलर्ट है। कांगड़ा के नगरोटा सूरियां में 180.2 मिमी, गुलेर में 161.2 मिमी, और घमरूर में 112.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।टकोली ग्राम पंचायत में अजय कुमार के मकान की दीवार गिर गई, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई।
मानसून का कहर: 229 मौतें, 2007 करोड़ का नुकसान
SDMA के अनुसार, 20 जून से 11 अगस्त 2025 तक मानसून ने 229 लोगों की जान ली, जिसमें 116 सड़क हादसों में मरे। 323 लोग घायल हुए, और 36 लोग लापता हैं। 2,388 कच्चे-पक्के घर, 1,955 गोशालाएं, और 1,611 पालतू पशु प्रभावित हुए। कुल नुकसान 2007 करोड़ रुपये का है।
