Health News: संतुलित डाइट या मल्टीविटामिन दोनों में क्या है सही? जानें एक्सपर्ट्स से

Health News: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोग सेहत को लेकर काफी सजग हो गए हैं। थकान, बाल झड़ना या स्किन की दिक्कत होते ही बहुत से लोग बिना सोचे-समझे मल्टीविटामिन टैबलेट्स खाना शुरू कर देते हैं। लेकिन क्या ये वाकई ज़रूरी है? या फिर अगर हमारी थाली में हर दिन सही पोषण हो तो मल्टीविटामिन की जरूरत नहीं पड़ती? विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपकी डाइट संतुलित है और आप रोज़ फल, सब्जियां, दालें, दूध, अनाज जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थ खा रहे हैं, तो आमतौर पर मल्टीविटामिन की जरूरत नहीं होती। ये फूड्स शरीर को वो सभी जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स देते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत रखते हैं और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक, पालक, मेथी, ब्रोकली, आंवला, संतरा, अंडा, दूध, राजमा, बादाम, ओट्स, चिया सीड्स जैसे देसी फूड्स में विटामिन A, B, C, D, आयरन, कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं। शरीर इनसे मिलने वाले पोषक तत्वों को आसानी से पचा भी लेता है, जबकि सप्लीमेंट्स से मिलने वाले पोषक तत्वों का असर कभी-कभी सीमित हो सकता है।
इस अवस्था में पड़ती है मल्टीविटामिन की जरूरत
कुछ खास हालातों में मल्टीविटामिन की जरूरत पड़ सकती है जैसे कि गर्भावस्था, बुजुर्ग अवस्था, गंभीर बीमारी या अगर शरीर में किसी खास विटामिन की कमी पाई जाए। लेकिन बिना टेस्ट या डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक सप्लीमेंट लेना उल्टा नुकसान कर सकता है, जैसे लिवर पर असर, पेट की गड़बड़ी या अन्य साइड इफेक्ट्स।
इसलिए, सबसे सही तरीका यही है कि पहले अपनी डाइट सुधारें और नेचुरल स्रोतों से पोषण लें। यदि किसी जांच में किसी विटामिन की कमी सामने आती है। तभी डॉक्टर की सलाह से मल्टीविटामिन लें। याद रखें – हेल्दी लाइफस्टाइल, अच्छा खाना, नियमित व्यायाम और अच्छी नींद ही असली मल्टीविटामिन हैं।
