Health News: फोन बन रही आँख की बिमारियों का कारण, जानें इसके बारे में

Health News: आज मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे ऑफिस का काम हो या ऑनलाइन क्लास, सोशल मीडिया हो या एंटरटेनमेंट हर चीज़ मोबाइल पर निर्भर हो चुकी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी स्क्रीन से चिपके रहना हमारी आंखों की सेहत के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है? लगातार स्क्रीन देखने की वजह से आंखों पर दबाव बढ़ता है और धीरे-धीरे कई तरह की बीमारियां जन्म लेने लगती हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि इन बीमारियों के शुरुआती लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं।
मोबाइल से जुड़ी ये 5 बीमारियां
डिजिटल आई स्ट्रेन: लगातार मोबाइल या लैपटॉप पर देखने से आंखों में जलन, भारीपन और थकान होने लगती है। इसे डिजिटल आई स्ट्रेन कहते हैं। सिरदर्द और धुंधला दिखना भी इसके लक्षण हैं।
ड्राई आई सिंड्रोम: जब हम स्क्रीन पर ध्यान लगाए रहते हैं तो पलकें कम झपकती हैं, जिससे आंखों की नमी कम हो जाती है। नतीजतन आंखों में सूखापन, जलन और लाली आ जाती है।
ब्लू लाइट डैमेज: मोबाइल से निकलने वाली नीली रोशनी सीधे रेटिना तक पहुंचती है, जिससे आंखों की कोशिकाएं प्रभावित होती हैं। इससे उम्र बढ़ने के साथ मैक्युलर डिजेनेरेशन जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
मायोपिया: बच्चों और युवाओं में फोन का ज्यादा इस्तेमाल नजर कमजोर होने की बड़ी वजह बनता जा रहा है। इस स्थिति में दूर की चीजें धुंधली दिखती हैं। कई बच्चों को कम उम्र में ही चश्मा लग जाता है।
