Health News: डायबिटीज में फास्टिंग करना सही या गलत? जानें इसपर एक्सपर्ट की राय

Health News: डायबिटीज़ के मरीज अक्सर सोचते हैं कि फास्टिंग यानी उपवास रखने से ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है। लेकिन ये सोच हर बार सही नहीं होती। कुछ लोगों के लिए फास्टिंग फायदेमंद हो सकता है तो कुछ के लिए नुकसानदायक भी। इसलिए फास्टिंग करने से पहले एक्सपर्ट्स की राय जान लेना बेहद ज़रूरी है।
एक्सपर्ट की माने तो डायबिटीज़ के मरीज अगर डॉक्टर की निगरानी में इंटरमिटेंट फास्टिंग (जैसे 16:8 पैटर्न) करें तो इससे शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर हो सकती है। इससे वजन भी घटता है और ब्लड शुगर स्पाइक्स कम होते हैं। लेकिन हर डायबिटिक मरीज के लिए ये तरीका काम नहीं करता।
उनका ये भी कहना है कि अगर आप इंसुलिन या शुगर कम करने वाली दवाएं लेते हैं तो उपवास के दौरान आपकी शुगर अचानक बहुत गिर सकती है l इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के डायबिटीज़ के मरीजों को उपवास नहीं करना चाहिए।
किन्हें फास्टिंग नहीं करनी चाहिए?
डायबिटीज के उन मरीजों को बिल्कुल भी फास्टिंग नहीं करनी चाहिए जिनकी शुगर बार-बार बिगड़ती रहती है। जो पूरी तरह से इंसुलिन पर निर्भर हैं। जिन्हें पहले भी हाइपोग्लाइसीमिया हो चुका है। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं या बुजुर्ग जिन्हें डायबिटिक है l
