Health News: प्लास्टिक में खाने से हो रही दिल की बीमारियां, जानें खुलासे में क्या आया सामने

Health News: आजकल ऐसा देखा जाता है कि बाहर खाना खाने पर प्लास्टिक के सामान मिलते हैं l फिर चाहे पानी पीने का बोतल हो या फिर पैक हुआ खाना l हर चीज़ प्लास्टिक में ही मिलता है l लेकिन बहुत कम लोगों को ही पता है कि प्लास्टिक में खाने से हमारे शरीर पर इसका गलत असर पड़ता है l
हाल ही में मेडिकल जर्नल eBioMedicine में छपी एक रिपोर्ट में सामने आया है कि प्लास्टिक में इस्तेमाल होने वाला केमिकल फ्थेलेट्स दिल की बीमारियों से जुड़ी करीब 13% मौतों के लिए जिम्मेदार हो सकता है। यह केमिकल प्लास्टिक को मुलायम और लचीला बनाने के लिए डाला जाता है, लेकिन यही धीरे-धीरे ज़हर बनकर हमारे शरीर में पहुंचता है।
भारत में बढ़ रहा प्लास्टिक का उपयोग
भारत में प्लास्टिक का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है और इसके साथ ही प्लास्टिक कचरे की मात्रा भी। प्लास्टिक के टूटने से बने सूक्ष्म कण हवा, पानी और भोजन के ज़रिए हमारे शरीर में पहुंचते हैं और धीरे-धीरे असर दिखाते हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 55 से 64 साल की उम्र के लोगों में इसका सबसे ज़्यादा असर देखा गया है। वैज्ञानिकों ने खासतौर पर डीईएचपी नाम के फ्थेलेट पर चिंता जताई है, जो दिल की नसों में सूजन पैदा करता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है। फ्थेलेट्स का असर सिर्फ दिल तक ही सीमित नहीं है। इससे मोटापा, कैंसर, हार्मोनल बदलाव, यहां तक कि बांझपन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
