Health News: कैल्शियम की कमी के लक्षणों को न करें नजरअंदाज, समय रहते बरतें सावधानी

Health News: कैल्शियम सिर्फ हड्डियों और दांतों के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि यह मांसपेशियों, तंत्रिका तंत्र और दिल के सही तरीके से काम करने के लिए भी बेहद अहम है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो कई तरह की दिक्कतें शुरू हो सकती हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
डॉक्टरों के मुताबिक, कैल्शियम की कमी सबसे पहले हमारी हड्डियों पर असर डालती है। इससे जोड़ों में दर्द और अकड़न महसूस होने लगती है। खासतौर पर उम्रदराज लोगों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है, लेकिन आजकल युवा भी इससे अछूते नहीं हैं।
इसकी कमी से क्या होता है
कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन और खिंचाव भी हो सकता है, खासकर पैरों और हाथों में। रात के समय सोते हुए अचानक दर्द उठना भी इसी का एक संकेत हो सकता है।
तंत्रिका तंत्र पर भी इसका असर दिखता है। हाथ-पैरों में झुनझुनाहट, घबराहट और बेचैनी जैसी परेशानियाँ कैल्शियम की कमी के लक्षण हो सकते हैं। लंबे समय तक अगर ध्यान न दिया जाए, तो हड्डियाँ इतनी कमजोर हो सकती हैं कि छोटी सी चोट में भी फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।
दांत भी इससे अछूते नहीं रहते। कमजोर दांत, दांतों में कीड़े लगना या उनका जल्दी टूटना कैल्शियम की कमी के साफ संकेत हैं। त्वचा, बाल और नाखूनों पर भी असर दिखता है — स्किन बेजान हो जाती है, बाल झड़ने लगते हैं और नाखून जल्दी टूटने लगते हैं।
इतना ही नहीं, कैल्शियम की कमी दिमागी सेहत पर भी असर डाल सकती है। याददाश्त कमजोर होना, ध्यान लगाने में दिक्कत आना और बार-बार मानसिक थकान महसूस होना भी इसके लक्षण हैं l
कैसे करें बचाव
इसका सबसे आसान तरीका है – संतुलित आहार लेना। अपने खाने में दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियाँ और तिल जैसी चीजें शामिल करें। साथ ही, सूरज की रोशनी से विटामिन D लेना भी जरूरी है क्योंकि यह कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है।
अगर खाने से पूरा कैल्शियम नहीं मिल पा रहा हो तो डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स लेना भी एक अच्छा विकल्प है। साथ ही, रोजाना थोड़ा बहुत व्यायाम करें ताकि हड्डियाँ मजबूत बनी रहें। धूम्रपान और शराब से दूरी बनाना भी बहुत जरूरी है क्योंकि ये शरीर में कैल्शियम के स्तर को घटा सकते हैं।
