गुना में 12 मई को होगा मतदान, दो माह तक विकास कार्यों को लगा आचार संहिता का ब्रेक

लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सक्रिय हुए प्रशासन, कलेक्टर, एसपी ने दी तैयारियों की जानकारी
-निज प्रतिनिधि-
गुना। लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंका जा चुका है। पूरे देश में सात चरणों में मतदान होगा। इसमें पहले चरण का मतदान 7 अप्रैल को होगा, वहीं नतीजे 23 मई को आएंगे। इसी दिन जहां देश की सरकार का पता चलेगा? तो शिवपुरी-गुना संसदीय क्षेत्र का संासद भी सामने आ जाएगा। इससे पहले शिवपुरी-गुना संसदीय क्षेत्र मेंं मतदान 12 मई को होगा। उधर, चुनावी आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन सक्रिय हो गया है। जिले भर से जहां राजनीतिक एवं शासकीय योजनाओं के पोस्टर, बैनर और होर्डिंग उतारे जाने लगे है तो कलेक्टर भास्कार लाक्षाकार एवं एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने पत्रकारवार्ता लेकर चुनाव की तैयारियों की जानकारी देते हुए आचार संहिता के पालन की बात कही। इसी क्रम में आचार संहिता लागू होते हुए विकास कार्यों को भी दो माह का ब्रेक लग गया है। चुनाव को लेकर स्टैडिंग कमेटी की बैठक कल 11 मार्च को रखी गई है।
विधानसभा के बाद से अटके, अब लोकसभा बाद ही हो पाएंगे
जिले में ही नहीं, बल्कि शहर में भी ऐसे कई विकास कार्य है, जो विधानसभा चुनाव से अटके हुए है और अब उन पर लोकसभा चुनाव की आचार संहिता काली छाया पड़ गई है। अब यह विकास कार्य चुनाव बाद ही हो सकेंगे। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए बीज निगम पर जमीन चिन्हित कर ली गई है। इसके लिए कैबीनेट की मंजूरी जरुरी है। पहले यह स्टेडियम पत्रकार कॅालोनी के पास बनना था, किन्तु तमाम कारणों से यह सालों तक अटका रहा। हाल ही में सांसद ने बीज निगम की जमीन चिन्हित की, किन्तु अब यहां भी दो माह बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ पाएगी। इसके साथ ही संजय स्टेडियम में एस्टोटर्फ एवं स्टेडियम बनना है, जिसकी लागत 11 करोड़ है। यह काम भी अब नहीं हो सकेगा। हालांकि इसके लिए टेंडर और वर्क ऑर्डर जारी होने की बात कही जा रही है। जिससे असमंजस की स्थिति भी बन रही है। इसी क्रम में टेकरी परिक्रमा पथ को लेकर स्वीकृति मिल चुकी है, किन्तु काम शुरु नहीं हो पाया है। अब यह काम भी चुनाव बाद ही हो सकेगा। इसके साथ ही अन्य विकास कार्य भी है, जो अब आचार संहिता से अटक गए है। हालांकि जो काम चल रहे है, वह चलते रहेंगे।
जिले मे 8 लाख से अधिक मतदाता चुनेंगे अपना सांसद
गुना जिले में 8 लाख 28 हजार 736 मतदाता अपना सांसद चुनेंगे। इसको लेकर जिले में 10 हजार 777 मतदान केन्द्र बनाए गए है। कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के तुरंत बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने बताया कि जिले में अब आचार संहिता लागू हो गई है। इस अवधि में कोई भी नए निर्माण कार्य नहीं हो पाएंगे तो शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी विराम लगा रहेगा। उन्होने बताया कि गुना जिले में दो लोकसभा सीटें गुना और राजगढ़ आतीं है। इसमें गुना-बमौरी विधानसभा गुना जिले में चांचौड़ा और राघौगढ़ विधानसभा राजगढ़ लोकसभा में आती है। गुना में 4 लाख 12 हजार 747 मतदाता है तो राजगढ़ में 15 हजार 990 मतदाता है।
भाजपा-कांग्रेस का होगा प्रचार तेज
चुनाव घोषित होने के बाद भाजपा और कांग्रेस का प्रचार अभियान तेज होगा। हालांकि दोनों दलों से अभी प्रत्याशी तय नहीं है, सिर्फ बहुजन समाज पार्टी ने अपना उम्मीद्वार घोषित किया है। कांग्रेस की ओर से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का ही चुनाव लडऩा लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि उनकी पत्नी श्रीमती प्रियदर्शिनी सिंधिया का नाम भी चल रहा है, वहीं भाजपा से भी कई नाम चर्चाओं में है। इस सीट से वर्ष 2000 में अपने पिता पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौत के बाद हुए उपचुनाव के बाद से ज्योतिरादित्य लगातार चुनाव जीतते जा रहे है। हालांकि इस बीच उनका जीत का अंतर कम हुआ है। पिछले चुनाव में उन्होने भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया को शिकस्त दी थी। इस बार भी भाजपा के कई उम्मीद्वारों मेें एक नाम जयभान सिंह पवैया का भी चल रहा है तो कई क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय नेताओं के नाम भी चर्चाओं में है।
