अम्मा अपना सामान हटा लो नहीं तो भरकर ले जाएंगे बेटा मेरी इस छोटी सी दुकान से कौन सा नुकसान है ?

अम्मा अपना सामान हटा लो नहीं तो भरकर ले जाएंगे बेटा मेरी इस छोटी सी दुकान से कौन सा नुकसान है ?
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सडक़ तक फैला है दुकानों का सामान, आवागमन हो रहा अवरुद्ध

-निज प्रतिनिधि-

गुना। अम्मा अपना सामान हटा लो, नहीं तो भरकर ले जाएंगे, बेटा मेरी इस छोटी सी दुकान से कौन सा नुकसान है, जमा रहने दे। यह वार्तालाप तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव और एक बुजुर्ग अम्मा के बीच का है। मौका था नगर पालिका और प्रशासन की अतिक्रमण हटाओ मुहीम का। इस दौरान शहर कोतवाली का फुटपाथ खाली कराने अमला पहुंचा था। जहां यह अम्मा अपनी छोटी सी दुकान सजाकर कांच, कंघा, बिंदी आदि छोटे-मोटे सामान बेचती है। अमले को देखकर अन्य फुटपाथी दुकानदारों ने अपना सामान समेट लिया, किन्तु अम्मा बैठी रहीं, बाद में तहसीलदार के आग्रह करने पर उन्होने भी अपना सामान समेट लिया। ऐसी ही कार्रवाई अमले ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर बुधवार को जयस्तम्भ चौराहे से हनुमान चौराहे तक की।

बड़ों पर रहम, छोटों पर सितम

बड़ों पर रहम, छोटों पर सितम प्रशासन और नगर पालिका की बुधवार को की गई कार्रवाई को यहीं संबोधन दिया जा सकता है। दरअसल इस कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण हटाने के नाम पर अमले ने महज फुटपाथ दुकानदारों, ठेले, खोमचे वालों को निशाने पर लिया। बड़े दुकानदारों पर या तो कोई कार्रवाई नहीं की गई या फिर छिटपुट कार्रवाई कर छोड़ दिया गया। कार्रवाई जयतम्भ चौराहे से शुरु होकर सदर बाजार, नीचला बाजार, हाट रोड होते हुए हनुमान चौराहे तक चली। इस बीच सडक़ किनारे खड़े होने वाले ठेले वालों को हटाया गया तो फुटपाथी दुकानदारों का सामान भी समेटा गया। कुछ जगह कार्रवाई को लेकर मामूली विवाद भी सामने आया। इस दौरान जहां सामान जब्त किया गया तो चालान भी काटे गए। कार्रवाई तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव एवं नपा सीएमओ संदीप श्रीवास्तव के नेतृत्व में की गई ।

भारी तामझाम पर कार्रवाई के नाम पर महज औपचारिकता

बुधवार को प्रशासन और नपा का अमला भारी तामझाम के साथ बाजार में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुँचा था। इस दौरान ऐसा लगा कि जैसे बाजार से बड़े पैमान पर अतिक्रमण हटेगा और आवागमन सुगम हो जाएगा, किन्तु ऐसा कुछ नहीं हो सका। अमने ने पूरे बाजार का चक्कर लगाया, किन्तु अतिक्रमण हटाने के नाम पर महज औपचारिकता निभाई गई। दुकानों के बाहर रखे सामान को अंदर करवाया गया तो टीन शेड पर बाहर लटक रहा सामान भी हटवाया गया। कुछ जगह जुर्माने की रसीद भी काटी गई, वहीं ठेले, गुमठी, बोर्ड जब्त कर ट्रेक्टर-ट्रॉली में भरकर ले गए।

रात मे समझ आती है सडक़ की चौड़ाई

अस्थाई,स्थाई अतिक्रमण से सिर्फ मुख्य बाजार के हालात खराब नहीं है, बल्कि पूरे शहर में स्थिति बद्हाल है। मुख्य बाजार में जयस्तम्भ चौराहे से लेकर नीचला बाजार तक आधी सडक़ तक बाजार सजा रहता है। फुटपाथ तो इसके चलते गायब हो ही चुके है, सडक़ पर भी निकलने को जगह नहीं बचती है। बाजार में सडक़ें कितनी चौड़ीं है, इसका पता रात में ही चल पाता है, जब बाजार पूरी तरह बंद हो जाता है। बाजार की चाहे प्रमुख सडक़ हो या गली-मोहल्लों की यहां अतिक्रमण के चलते निकलना भी दूभर होता है। यहां दुकानों के सामान रखा होने के कारण दिन भर आवागमन बाधित रहता है और जाम लगता रहता है। इसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

गायब हो गईं गलियां, हर जगह सज रहा बाजार

शहर के बाजार से गलियां तो जैसे गायब ही हो गईं है। हनुमान गली, अनुराधा, सौलत गली सहित बाजार से पुरानी गल्ला मंडी को जोडऩे वाली गलियों में दुकानों का सामान सडक़ पर रखने से गलियां गायब हो गई हैं। यहां से वाहनों को निकालना मुश्किल हो गया है। दो पहिया वाहनों को निकालने में भी जाम लग जाता है। इस वजह से विवाद की नौबत बन जाती है। इसके बाद भी गलियों से अतिक्रमण को हटाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। लक्ष्मीगंज पूरे शहर में सबसे खुले वातावरण में है। सडक़ की चौड़ाई के अलावा गलियां भी चौड़ी हैं, लेकिन इस क्षेत्र में टीवी, फ्रिज आदि के दुकानदारों ने सडक़ों पर अपना सामान जमा रखा है, तो वहीं वाहन चालकों द्वारा सडक़ किनारे अपने वाहन खड़े कर दिए जाते हैं। इस वजह से सडक़ें सिकुड़ जाती हैं। नतीजतन यहां जाम और दुर्घटना की आशंका बन जाती है।

हाट रोड के भी हाल बेहाल

शहर में हाटरोड पर भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। हाटरोड पर कुछ दुकानदारों ने कूलर पंखों के अलावा दुकान का सामान रख रहा है। इसी के साथ सडक़ पर ठेले भी लगाए जा रहे हैं। मंडी मार्ग पर बड़ी संख्या में फल और सब्जियों के ठेले लगाए जा रहे हैं। इसी तरह नई सडक़ और जयस्तंभ चौराहा से सुगन चौराहा के बीच भी रहती हे। यहां भी दुकानों का सामान सडक़ पर होने से काफी दिक्कत होती है। इसके साथ ही शहर के अन्य बाजार और गलियों में भी अतिक्रमण के चलते यहीं हालात है।

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