ड्यूटी के समय प्रायवेट प्रेक्टिस की तो कटेगा वेतन

-निज प्रतिनिधि-
शिक्षकों पर बिना नोटिस होगी कार्रवाई, कलेक्टर ने दिए निर्देश
गुना। कलेक्टर के रुप में जिले की कमान संभालने के तत्काल बाद से स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बेहद गंभीर दिखाई दे रहे भास्कर लक्षकार ने चिकित्सकों को ताकीद किया है कि वह अपनी जिम्मेदारियों को समझे। ड्यूटी के समय प्रायवेट प्रेक्टिस न करें। कलेक्टर ने सीएमएचओ और सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि अगर ड्यूटी के समय चिकित्सक प्राइवेट प्रेक्टिस करते मिलते है तो उनका वेतन काटा जाए। कलेक्टर ने इसकी निगरानी की जिम्मेदारी एडीएम एके चांदिल को सौपी। कलेक्टर ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की बात कही।
सीधी कार्रवाई की जाए
शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी कलेक्टर भास्कर ने बैठक में की। उन्होने कहा कि स्कूल समय पर खुलें और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। यह जिम्मेदारी शिक्षकों की है। उन्होने कहा कि लापरवाह और स्कूल नहीं जाने वाले शिक्षकों के विरुद्ध शोकाज नोटिस जारी नहीं किए जाएं, बल्कि सीधी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक व्यवस्था के साथ मध्यान्ह भोजन वितरण की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने अपर कलेक्टर एके चांदिल को जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही बिना मान्यता प्राप्त अवैध रूप से चल रहे पैथोलॉजी केन्द्रों पर शिकंजा कसने और सील्ड करने के निर्देश भी दिए।
प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करें
सीएम हेल्पलाइन के तहत आने वाले प्रकरणों का निराकरण कलेक्टर ने समय-सीमा में करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि इसके लिए सप्ताह में दो दिन निर्धारित रखे जाए। कलेक्टर ने जनपद व नगरीय निकाय पेंशन हितग्राही शेष न होने का प्रमाण पत्र देने की बात भी कही। उन्होने कहा कि समय सीमा से बाहर होने वाले आवेदनों से संबंधितों के विरुद्ध प्रतिदिन आर्थिक दंड लगाया जाएगा। कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों के बैठक में पूरी तैयारी से नहीं आने पर भी अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होने निर्देश दिए कि अधिकारी बैठक में तैयारी के साथ आएं।
