युद्ध कोई बॉलीवुड फिल्म नहीं: पूर्व सेना प्रमुख मनोज नरवणे ने की कूटनीति की वकालत

Former Army Chief Manoj Naravane on India Pakistan War : पुणे। भारत -पाकिस्तान के तनाव के बीच पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने युद्ध को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता को रोकने पर उठ रहे सवालों की निंदा करते हुए कहा कि युद्ध रोमांटिक नहीं है और यह कोई बॉलीवुड फिल्म नहीं है।
रविवार को पुणे में एक कार्यक्रम में बोलते हुए पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने कहा कि अगर आदेश दिया गया तो वह युद्ध के लिए तैयार हैं, लेकिन कूटनीति उनकी पहली पसंद होगी। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में आघात है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं जिन्होंने गोलाबारी देखी है और रात में आश्रयों की ओर भागना पड़ता है।
सीजफायर पर क्या बोले नरवणे
इससे पहले भारत - पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर बानी सहमति पर पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने कहा था कि, आज शाम 6 बजे से ज़मीन, समुद्र और हवा में सैन्य अभियानों का बंद होना एक बहुत ही स्वागत योग्य घटनाक्रम है।
हालाँकि हमें स्थायी और दीर्घकालिक समाधान तक पहुँचने के लिए अन्य मोर्चों पर दबाव बनाए रखना चाहिए। हम घटना आधारित प्रतिक्रिया नहीं कर सकते और आतंकी हमलों में जान नहीं गंवा सकते। यह तीसरा हमला है, भविष्य में कोई और मौका नहीं है।
बता दें कि, जनरल नरवणे दिसंबर 2019 से अप्रैल 2022 तक सेनाध्यक्ष रहे। उन्होंने 2019 में जनरल बिपिन रावत के बाद COAS (चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ) का पद संभाला था।जनरल नरवणे चीन सीमा पर तनाव कम करने के लिए जाने जाते हैं।
गौरतलब है कि, ऑपरेशन सिंदूर बाद आज भारत-पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की वार्ता होगी। भारत द्वारा आतंकी ठिकानों को निशाना बनाए जाने के बाद पाकिस्तान ने सीजफायर का प्रस्ताव रखा था। हालांकि सहमति के 2 से 3 घंटे में ही पाकिस्तान ने सीजफायर उल्लंघन कर दिया था।
सूत्रों के अनुसार, डीजीएमओ स्तर की वार्ता में भारत कश्मीर पर कोई बातचीत नहीं करेगा। जल संधि स्थगित ही रहेगी। यह मेसेज भी दिया जाएगा कि, आतंकी हमले एसओपी नहीं हो सकते। पाकिस्तान द्वारा बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाया जाएगा। जल संधि को प्राथमिकता दी जा सकती है।
