संगीत व्यक्ति को सभ्य और शालीन बनाता है, भोपाल में मिलती है आत्मीयता

भोपाल। बहुत कम समय में कई चर्चित गीतों से पहचान बनाने वाले पार्श्व गायक जुबिन नौटियाल किसी अभिनेता से कम नहीं दिखते। उन्हें अभिनय के कई प्रस्ताव मिले, वे राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज रहे और जिला स्तर के एथलीट भी। मिक्स मार्शल आर्टस में ब्लैक बेल्ट हैं, और एमबीए भी किया है। फिर भी इन सभी कैरियर रास्तों को छोड़कर उन्होंने संगीत को ही अपनाया। जुबिन का कहना है कि वे खुद को संगीत से कभी दूर नहीं कर पाएंगे।
वे कहते हैं, 'शायद मैं आज इतना नाम न भी बनाता, तो भी किसी छोटे क्लब में बैठकर यही काम सुकून से कर रहा होता।' जुबिन का कहना है कि संगीत उनके जीवन में बहुत मायने रखता है वे जो कुछ हैं संगीत की वजह से ही हैं। संगीत व्यक्ति को शालीन और सभ्य बनता है। जुबिन बीते रोज भोपाल में थे। यहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व मंत्री अरविन्द भदौरिया से मुलाक़ात की। इसी दौरान उन्होंने स्वदेश से चर्चा में अपने जीवन और संगीत से जुड़े अनुभवों को साझा किया।
जुबिन नौटियाल बोले-मुंबई मेरी कर्मभूमि और उत्तराखंड धर्मभूमि
जुबिन ने कहा, 'मुंबई मेरी कर्मभूमि है और उत्तराखंड मेरी धर्मभूमि। देहरादून और भोपाल में ज्यादा अंतर नहीं है हवा, उतार-चढ़ाव, पेड़-पौधे सब एक जैसे हैं। मध्यप्रदेश में पहाड़ भी हैं, पानी भी है और सबसे बड़ी बात यह है कि यहाँ के लोग बेहद अच्छे और अपनेपन से भरे हुए हैं। भोपाल आकर बहुत प्यार और
आत्मीयता महसूस हो रही है। संगीत की शुरुआत कैसे हुई
'संगीत हमेशा से मेरे जीवन का हिस्सा रहा है। बचपन से ही यह विषय की तरह मेरे साथ रहा। अचानक से नहीं, बल्कि शुरू से ही मुझे पता था कि मुझे संगीत में ही कुछ करना है और रास्ता भी उसी ओर जाता चला गया।
आपका पसंदीदा गाना कौन सा है
बड़ी दूर से आए हैं, प्यार का तोहफा लाए हैं रफी साहब का यह गीत मेरे दिल के बेहद क़रीब है।' वे कहते हैं रफी साहब ने फिल्म संगीत को एक नई ऊंचाई दी है। आईफा अवार्ड के लिए क्या कहेंगे
'मेरे लिए अवार्ड से ज्यादा जरूरी है फैंस का प्यार, माता-पिता का आशीर्वाद और प्रभु के चरण।' यही मेरे लिए सब कुछ है। कोई भी गायक जब अपने श्रोताओं के दिल में जगह बना लेता है तो उससे बड़ा अवार्ड कुछ नहीं.
गीत चुनने का तरीका क्या है अच्छी लिरिक्स या मूड
'लिरिक्स और मूड दोनों बहुत जरूरी हैं। अच्छे बोल अगर अच्छे मूड में गाए जाएँ तो एक बेहतरीन गाना बनता है। 'श्रोता भी उसे तभी पसंद करते हैं।
संगीत चुनने वाली नई पीढ़ी के लिए क्या संदेश है
'पहले संगीत का क्षेत्र कठिन था, लेकिन अब मेहनत करने वालों के लिए यह बहुत अच्छा क्षेत्र बन चुका है। कलाकारों की हमेशा कमी रहेगी, इसलिए ज्यादा से ज्यादा संगीतकार बनने चाहिए।'
क्या आप कोई नई एल्बम या प्रोजेक्ट्स ला रहे हैं
'दिसंबर से हम नए गाने रिलीज करना शुरू करेंगे। बीच में मैंने म्यूजिक वीडियोज कम कर दिए थे, लेकिन अब फिर से शुरू कर रहा हूँ। हाल ही में सैवारा' फिल्म का 'बर्बाद' गाना लोगों ने बहुत पसंद किया, ये गाना मुझे आबाद कर रहा है और आगे भी ऐसे ही गाने आते रहेंगे।'
