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मुंबई सुरक्षित है तो भारत में क्यों डर लगता है

विवेक पाठक

मुंबई सुरक्षित है तो भारत में क्यों डर लगता है
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एक आउटसाइडर और इंडिपेंडेंट वर्किंग वुमन होकर भी मैं मुंबई में पिछले दशक से रह रही हूं, बस यही कहना चाहती हूं कि मुंबई काम करने और रहने की सबसे सेफ जगहों में से एक है, थैंक्यू मुंबई पुलिस, ये शब्द बॉलीवुड अदाकारा स्वरा भास्कर के हैं। जिन्होंने कंगना रनौत द्वारा मुंबई की तुलना पीओके से करने पर जवाबी पलटवार किया और कंगना को कटघरे में खड़ा किया। स्वरा के साथ कई सितारों ने कंगना के बयान पर सवाल उठाए हैं और मुंबई को सबसे सुरक्षित शहर बताया है।

बॉलीवुड की दुनिया में इन बयानों ने एक नयी बहस छेड़ी है। उर्मिला मातोण्डर ने कंगना के लिए तल्ख शब्दों का प्रयोग किया है। उर्मिला ने लिखा है 'महाराष्ट्र, इंडिया की संस्कृति का चेहरा है, महान शिवाजी महाराज की धरती है, मुंबई ने लाखों लोगों को रोजीरोटी दी, नाम दिया, शोहरत दी। कोई एहसान फरामोश ही इस शहर को पीओके से कम्पेयर कर सकता हैÓ

मुंबई की आन बान और शान के प्रति उर्मिला की भावनाओं का हम सम्मान करते हैं। हम स्वरा की बात की भी इज्जत करते हैं। निश्चित ही सपनों के शहर मुंबई ने सितारों को पर्दे की दुनिया से हम सबकी नजरों में रोशन किया है। मुंबई ने लाखों लोगों को रोजगार दिया है। सिनेमा में एक्टिंग, निर्देशन, पटकथा लेखन, फोटोग्राफी, संवादलेखन, पाश्र्व गायन से लेकर पर्दे के आगे और पीेछे ऐसे अनगिनत रास्ते हैं जिन पर चलकर लोगों ने रोजगार पाया है।

गर मुंबई न होती तो आज इलाहाबाद का लंबा सा युवक अमिताभ बच्चन भारत ही नहीं दुनिया भर में पहचाने जाना वाला सितारा कैसे बनता। न पंजाब के धर्मेन्द्र और तमिलनाडु की श्रीदेवी, हेमामालिनी, रेखा हम सबकी पसंदीदा होतीं। मुंबई ने महान लता दीदी से लेकर किशोर कुमार, श्रेया घोषाल, शान और अरिजीत सिंह जैसे बेहतरीन गायक दिए हैं। ये सपनों को रोशन करने वाला शहर है। हुनर को मंच देने वाला शहर है तो ये बात साफ है कि मुंबई के प्रति असम्मान की बात किसी को नहीं करना चाहिए। कंगना रनौत का नजरिया अगर मुंबई के प्रति असम्मान का है तो निश्चित रुप से उनकी निन्दा होनी चाहिए। नि:संदेह मुंबई में नाम कमाने वाले साथी कलाकार कंगना को खरी खोटी सुनाने का पूरा हक रखते हैं। आखिर मुंबई उन्हें पाल पोसकर प्यार करने वाली है। तो मुंबई से प्यार के मामले में हम सब इन कलाकारों के साथ हैं मगर इसके साथ ही सवाल उठता है कि ऐसा ही प्यार भारत के मामले में क्यों नहीं दिखाया जाना चाहिए। जैसे सवाल आज कंगना रनौत पर उठाए जा रहे हैं वैसे सवाल क्यों नहीं आमिर खान और उनकी पत्नी किरण राव पर उठाए जाने चाहिए। शायद कुछ लोग भूल गए होंगे लेकिन देश के करोड़ों लोग आज तक नहीं भूल पाए हैं कि आमिर खान को फिल्मों के जरिए बेतहाशा प्यार देने वाला भारत देश कभी उन्हें डराने वाला लगता था। वे भारत में असुरक्षित महसूस कर रहे थे। आमिर खान और उनकी पत्नी एक समय इतना डर गए थे कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए भारत छोडऩा चाहते थे। ये बात किसी और ने नहीं आमिर ने ही खुले मंच से कही थी। तब जैसे आज स्वरा भास्कर मुंबई के प्रति प्यार दिखाते हुए कंगना के बयान के खिलाफ बोल रहीं हैं, वैसे ही आमिर खान के खिलाफ क्यों नहीं बोलीं थीं। जैसे मुंबई से कंगना को पहचान दी है तो उससे कहीं ज्यादा अािमर खान को भारत देश से नहीं मिला है। क्या मुंबई की तरह भारत देश के मान सम्मान की परवान उस समय नहीं की जानी थी। उस वक्त कितने फिल्मी सितारों ने आमिर खान पर सवाल उठाए थे। उनके बयान को आहत करने वाला बताया था। क्यों नहीं आमिर खान को हिन्दी सिनेमा के साथी सितारों ने अहसानफरामोश बताया था।

आखिर, आमिर ने तो डर से बहुत ज्यादा आगे भारत छोड़कर जाने की बात कही थी। तब कौन कौन आमिर खान के इस बयान के खिलाफ बोला था। निश्चित रुप से अगर आप मुंबई के लिए आहत हुए हैं तो फिर भारत के लिए चुप रहकर दोहरे चेहरे के आरोप से बच नहीं सकते। मुंबई बहुत प्यारा है मगर यकीनन मुंबई भारत से बड़ा नहीं है। मुंबई का सम्मान होना चाहिए मगर मुंबई से पहले भारत का दुगुना सम्मान होना चाहिए। कंगना ने मुंबई की तुलना पीओके से किस संदर्भ में की है उस पर ईमानदारी से बहस होना चाहिए। आखिर कंगना मुंबई में किन कमियों पर सवाल उठा रही हैं। उनकी बात का विरोध और समर्थन तथ्यों के साथ होना चाहिए। अगर वे गलत हैं तो उनकी खुलकर निंदा होना चाहिए मगर गुलशन कुमार हत्याकांड से लेकर सुशांत सिंह राजपूत की मौत तक मुंबई सिनेमा में क्या कुछ छिपा रहा है तो उस पर अब तो खुलकर बात होना ही चाहिए। आखिर रोजगार देने वाले मुंबई शहर में सुरक्षा और अपनी बात रखने का हक सभी को है। सितारों को सवाल उठाने से पहले अपना अगला पिछला सब देखना चाहिए। आप एक साथ दो तरफा होकर न ईमानदार रहेंगे और न ही ईमानदारी से सुने जाएंगे। स्वरा भास्कर से लेकर उर्मिला और तमाम सितारों को इस पर गंभीरता से चिंतन मनन करना चाहिए।

Updated : 6 Sep 2020 1:00 AM GMT
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