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सिंधिया को लेकर अधिकांश कांग्रेसी अभी खामोश

सिर्फ गोविंद सिंह और केके मिश्रा ने ही संभाली कमान

सिंधिया को लेकर अधिकांश कांग्रेसी अभी खामोश
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ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। राज्यसभा सदस्य एवं वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की आने वाले दिनों में ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस के लिए किस तरह की चुनौती होगी, इसे लेकर अभी कांग्रेस नेता पूरी तरह मुखर नहीं हैं। जिन कांग्रेस नेताओं ने अब तक सिंधिया के साथ काम किया था और अब भले ही वे कांग्रेस में रहकर उनके विरोधी हैं, किंतु फिर भी वह उनके खिलाफ सीधे तौर पर खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि सिंधिया के भाजपा में चले जाने के बाद तमाम कांग्रेस नेता ऐसे हैं, जो अभी कांग्रेस में ही हैं। वे सिंधिया के साथ नहीं गए हैं। विरोधी दल में रहकर यह लोग सीधे तौर पर सिंधिया की खिलाफत करने में बच रहे हैं। जबकि पहले से ही सिंधिया विरोधी खेमे के माने जाने वाले वरिष्ठ नेता डॉक्टर गोविंद सिंह सहित कुछ गिने-चुने नेता ही ऐसे हैं, जो आज भी खुलकर उनके खिलाफ बयान देने में नहीं कतरा रहे। इसी तरह वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी केके मिश्रा भी उपचुनाव को लेकर पिछले डेढ़ माह से ग्वालियर में ही हैं। उन्होंने इतने दिनों में ही सिंधिया के खिलाफ जमकर मोर्चा खोल लिया है। जमीन का मामला हो या फिर अशोकनगर में 50 लाख रुपए लेने के ऑडियो वायरल होने का , उसे लेकर उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक को ज्ञापन भी दिया है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि वे उपचुनाव के दौरान श्री सिंधिया के कई कारनामों का भंडाफोड़ करेंगे।

इधर श्री सिंधिया पिछले लगभग चार माह से ग्वालियर नहीं आए हैं। प्रदेश के कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने तो उनके लापता होने के पोस्टर भी चिपकवा दिए थे। जिसपर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उनके प्रस्तावित दौरा कार्यक्रम भी बने, किंतु वह बार-बार स्थगित हो रहे हैं। अब 26 जुलाई से तीन दिवसीय दौरा कार्यक्रम भी निरस्त हो गया है। अब कहा जा रहा है कि वे 31 जुलाई से 2 अगस्त तक ग्वालियर चंबल संभाग में रहेंगे। इस दौरान तमाम कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेंगे। कैबिनेट मंत्री प्रदुम सिंह तोमर ने बताया कि संभवत श्री सिंधिया 31 जुलाई से ग्वालियर आ रहे हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा की सदस्यता लेंगे। ठीक यही बात पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल भी कह रहे हैं।

चुनौती जनता देगी

सिंधिया की आने वाले विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को चुनौती को लेकर जब उनसे जुड़े रहे कांग्रेस नेताओं से चर्चा की गई तो सीधे तौर पर किसी ने उनकी खिलाफत में कुछ नहीं कहा। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत सिर्फ यह बोले चुनौती हम नहीं जनता देगी। वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला अध्यक्ष चंद्रमोहन नागोरी ने कहा कि चुनौती किस बात की, देखते जाइए परिणाम बताएंगे। उन्होंने कहा कि जिनका कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास नहीं हैं, उनके जाने से कांग्रेस पूरी तरह पवित्र हो रही है। हम भले ही कम हो जाएंगे, लेकिन मजबूती के साथ डटे तो हैं। असली का हमेशा मान सम्मान होता है, ऐसे लोग चले जाएं उसमें ही भलाई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री रश्मि पवार शर्मा का कहना है कि अभी तो सिंधिया जी ग्वालियर आए ही नहीं हैं, इसलिए उनकी चुनौती की बात से क्या करें। जब यहां आएंगे, तब देखेंगे। उन्होंने कहा कि हम सब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के साथ हैं। जितने लोग सिंधिया जी के साथ गए हैं, वह मौका परस्त हैं। प्रदुमन, मुन्ना और इमरती ने अपनी मां ही बदल डाली तो इनके बारे में क्या कहें।

Updated : 26 July 2020 1:16 AM GMT
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