Adnan Sami: पाकिस्तान ने नहीं दिया वीजा तो व्हाट्सऐप पर देखा माँ का जनाजा; अदनान सामी का छलका दर्द

Adnan Sami: मशहूर गायक अदनान सामी ने हाल ही में इंटरव्यू में अपनी मां के निधन से जुड़ी बेहद भावुक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि जब 7 अक्टूबर 2024 को उनकी मां बेगम नौरीन सामी खान का निधन हुआ, तो वे पाकिस्तान जाकर उनके अंतिम संस्कार में शामिल होना चाहते थे। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने उन्हें वीजा देने से इनकार कर दिया, जिसके कारण वे अपनी मां के जनाजे में शामिल नहीं हो सके।
भारत ने दी इजाजत, लेकिन पाकिस्तान ने किया मना
‘आप की अदालत’ में रजत शर्मा से बातचीत के दौरान अदनान ने कहा, “मैंने भारत सरकार से पूछा कि मैं अपनी मां के जनाजे में जाना चाहता हूं, क्या कोई आपत्ति है? उन्होंने कहा, ‘बिलकुल नहीं, यह तो आपका अधिकार है’। यहां से मुझे पूरा सहयोग मिला।”
उन्होंने आगे बताया, “पाकिस्तान के हाई कमीशन की अधिकारी भी शुरुआत में समझदारी से बात कर रहे थे, लेकिन जब मैंने वीजा के लिए औपचारिक तौर पर आवेदन किया, तो मेरा वीजा रिजेक्ट कर दिया गया। मैंने कहा कि मेरी मां का इंतकाल हुआ है, लेकिन इसके बावजूद मुझे इजाजत नहीं मिली। आखिर में, मुझे अपनी मां का पूरा जनाजा व्हाट्सऐप वीडियो पर देखना पड़ा।” यह बताते हुए अदनान सामी भावुक हो गए।
2016 में छोड़ी थी पाकिस्तान की नागरिकता
अदनान सामी ने साल 2016 में पाकिस्तान की नागरिकता छोड़ कर भारतीय नागरिकता ली। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने न सिर्फ उनकी नागरिकता रद्द कर दी, बल्कि वहां मौजूद उनकी संपत्तियों का मालिकाना हक भी छीन लिया था।
मां के इंतकाल पर साझा किया था भावुक पोस्ट
मां के निधन के बाद अदनान सामी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा था:
"मैं बहुत दुख के साथ हमारी प्यारी मां बेगम नौरीन सामी खान के निधन के बारे में बता रहा हूं। इस समय हम गहरे दुख में डूबे हुए है। वह एक अविश्वसनीय महिला थी, जिन्होंने हर व्यक्ति के साथ प्यार और खुशी शेयर की। हम उन्हें बहुत याद करेंगे। कृपया उनकी दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना करें। अल्लाह हमारी प्यारी मां को जन्नत-उल-फिरदौस में दें... आमीन।"
भारत ने मुझे सिर्फ नागरिकता नहीं, सम्मान दिया
इस बातचीत के दौरान जब रजत शर्मा ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें कभी डर लगा कि उन्हें वापस पाकिस्तान भेजा जा सकता है , तो अदनान ने साफ कहा,“बिलकुल नहीं। एक बार जब आप अपने फैसले पर अडिग हो जाते है, तो डर की कोई जगह नहीं रहती। भारत ने मुझे सिर्फ नागरिकता ही नहीं दी, बल्कि प्यार, सम्मान, और पद्मश्री जैसे बड़े सम्मान से भी नवाजा। पाकिस्तान में मुझे कभी कोई अवॉर्ड तक नहीं मिला।”
फैंस कर रहे समर्थन
अदनान सामी की इस आपबीती के बाद सोशल मीडिया पर लोग पाकिस्तान सरकार की आलोचना कर रहे हैं और अदनान के लिए सहानुभूति जता रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह बहुत ही गलत और बेरहम फैसला था, जिसकी वजह से एक बेटा अपनी मां के आखिरी दर्शन नहीं कर सका।
