Wing Commander Vyomika Singh: लड़ाकू विमान उड़ाना है मंज़िल? NDA से लेकर AFCAT तक, जानें एयरफोर्स में कैसे बनें पायलट

आसमान में ऊँची उड़ान भरना कई युवाओं का सपना होता है, और वायुसेना में पायलट बनकर इस सपने को साकार करना गर्व की बात है। विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसी कई जाबांज़ महिलाएं और पुरुष आज देश की रक्षा के लिए लड़ाकू विमान उड़ा रहे हैं। तो अगर आप भी विंग कमांडर व्योमिका सिंह की तरह भारतीय वायुसेना का हिस्सा बनना चाहते है तो ये आर्टिकल खास आपके लिए है।
आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप भारतीय वायुसेना में भर्ती हो सकते है।
कैसे बन सकते है भारतीय वायुसेना का हिस्सा?
भारतीय वायुसेना में भर्ती होने के चार रास्ते है -
- NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी)
- AFCAT (एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट)
- CDS (कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज)
- NCC स्पेशल एंट्री
NDA परीक्षा
अगर आप 12वीं के बाद ही भारतीय सेना में शामिल होना चाहते है, तो NDA आपके लिए पहला कदम है। NDA के जरिए आप थल सैना नौसेना और वायुसेना-तीनों सेनाओं का हिस्सा बन सकते है। हालंकि नौसेना और वायुसेना के लिए 12वीं साइंस स्ट्रीम से पास होना अनिवार्य है।
योग्यता: एनडीए में आवेदन करने के लिए आपका 12वीं पास होना जरूरी है।
परीक्षा: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित एनडीए परीक्षा पास करनी होती है।
प्रशिक्षण: परीक्षा पास करने के बाद, आपको पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में तीन साल प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके बाद, आगे का प्रशिक्षण वायुसेना अकादमी में होता है।
AFCAT परीक्षा
अगर आपने ग्रेजुएशन कर लिया है, तो भी आपके पास वायुसेना में पायलट बनने का मौका है। AFCAT परीक्षा के जरिए आप ग्रेजुएशन के बाद भी भारतीय वायुसेना में भर्ती हो सकते है।
योग्यता: AFCAT के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। साथ ही कुछ पदों के लिए, 12वीं साइंस स्ट्रीम से पास होना भी आवश्यक है।
परीक्षा: एएफसीएटी परीक्षा भारतीय वायुसेना द्वारा आयोजित की जाती है।
प्रशिक्षण: एएफसीएटी पास करने के बाद, आपको वायुसेना अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाता है।
CDS परीक्षा
वायुसेना ही नहीं, तीनों सेनाओं में ऑफिसर बनने का एक और रास्ता है - CDS मतलब कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज। इसके परीक्षा के जरिए सेनाओं में शॉर्ट सर्विस कमीशन मिलता है।
योग्यता: थल सेना के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन होना चाहिए। वायुसेना के लिए 12वीं (PCM) से पास होना और किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन जरूरी है। नौसेना के लिए बीएससी (फिजिक्स, मैथ्स) या इंजीनियरिंग की डिग्री होनी चाहिए।
परीक्षा: CDS परीक्षा UPSC द्वारा साल में दो बार कराई जाती है।
प्रशिक्षण: CDS पास करने के बाद चयनित उम्मीदवारों को संबंधित सेना की अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाता है।
एनसीसी स्पेशल एंट्री
भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ब्रांच में पायलट बनने का एक खास मौका एनसीसी स्पेशल एंट्री के जरिए मिलता है।
योग्यता: उम्मीदवार के पास बीटेक डिग्री होनी चाहिए या वह फाइनल ईयर का छात्र होना चाहिए। साथ ही एनसीसी एयर विंग से 'सी सर्टिफिकेट' जरूरी है।
परीक्षा: इसमें कोई लिखित परीक्षा नहीं होती। उम्मीदवारों का चयन सीधे इंटरव्यू के जरिए किया जाता है।
चयन प्रक्रिया: एयरफोर्स सिलेक्शन बोर्ड (AFSB) द्वारा इंटरव्यू लिया जाता है।
जरूरी बातें
वायुसेना में पायलट बनने के लिए कुछ और जरूरी बातें:
शारीरिक फिटनेस: पायलट बनने के लिए आपका शारीरिक रूप से फिट होना बहुत जरूरी है। इसके लिए कई तरह के मेडिकल टेस्ट होते हैं।
मानसिक तैयारी: पायलट का काम बहुत चुनौतीपूर्ण होता है, इसलिए मानसिक रूप से भी तैयार रहना जरूरी है।
कड़ी मेहनत: वायुसेना में पायलट बनने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।
अगर आपमें देश के लिए कुछ करने का जज़्बा है और आप आसमान को छूना चाहते हैं, तो भारतीय वायुसेना में पायलट बनकर आप अपने सपने को पूरा कर सकते हैं।