Gold Smuggling Case: गृह मंत्री के हॉस्पिटल पर ED रेड, रान्या राव गोल्ड स्मगलिंग केस से जुड़ा मामला

Ranya Rao Gold Smuggling Case : कर्नाटक। कन्नड़ फिल्म अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े गोल्ड तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले ने कर्नाटक में हलचल मचा दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर से जुड़े सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज पर छापेमारी की है। जांच में रान्या राव और कॉलेज के बीच संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के सबूत मिले जिसके बाद ED अब कॉलेज के फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स की गहन जांच कर रही है। गृहमंत्री परमेश्वर भी इस मामले में जांच के दायरे में हैं।
जमानत मिली लेकिन रिहाई नहीं
हाल ही में रान्या राव और उनके सह-आरोपी तरुण कोंडाराजू राजू को स्पेशल कोर्ट (आर्थिक अपराध) ने जमानत दे दी। जस्टिस विश्वनाथ सी. गौदर ने दोनों को जमानत देते हुए शर्तें लगाईं कि वे देश नहीं छोड़ सकते और दोबारा ऐसा अपराध नहीं करेंगे। शर्तों का उल्लंघन होने पर जमानत रद्द हो सकती है। हालांकि, रान्या को अभी जेल से रिहाई नहीं मिली है, क्योंकि उनके खिलाफ विदेशी मुद्रा संरक्षण और तस्करी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम (COFEPOSA) के तहत मामला दर्ज है। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने अभी तक उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है, जिसके कारण उन्हें जमानत मिली।
रान्या के वकील बीएस गिरीश ने कोर्ट में दलील दी कि उनकी गिरफ्तारी में प्रक्रियात्मक खामियां थीं। जज ने आदेश दिया कि दोनों को दो जमानतदार और 2 लाख रुपये का बॉन्ड जमा करना होगा। रान्या ने पहले तीन निचली अदालतों में जमानत याचिका खारिज होने के बाद अप्रैल 2025 में कर्नाटक हाई कोर्ट का रुख किया था।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बीते 3 मार्च 2025 को रान्या राव को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 14.8 किलोग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस सोने की कीमत 12.56 करोड़ रुपये थी, जिसे वे दुबई से तस्करी करके ला रही थीं। DRI ने उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके लावेल रोड स्थित आवास पर छापा मारा, जहां 2.06 करोड़ रुपये के सोने के जेवर और 2.67 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। रान्या, कर्नाटक के वरिष्ठ IPS अधिकारी के. रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं, जो कर्नाटक स्टेट पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के चेयरमैन थे। उनके सौतेले पिता को इस मामले में अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है।
इस मामले में बेंगलुरु के गोल्ड बिजनेसमैन साहिल जैन और होटल व्यवसायी तरुण राजू को भी गिरफ्तार किया गया। DRI को शक है कि यह एक संगठित तस्करी गिरोह का हिस्सा है, जिसमें दुबई से भारत तक सोने की तस्करी हो रही है। जांच में पता चला कि रान्या ने 15 दिनों में चार बार दुबई की यात्रा की थी, जिसके बाद DRI को संदेह हुआ। ED अब इस मामले में हवाला नेटवर्क और मनी लॉन्ड्रिंग के पहलुओं की जांच कर रही है।
BJP ने लगाए आरोप
विपक्षी BJP ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के कुछ प्रभावशाली मंत्री इस मामले में शामिल हैं। BJP नेता बी.वाई. विजयेंद्र ने इसे “हाल के समय का सबसे बड़ा गोल्ड तस्करी घोटाला” बताया। वहीं, गृहमंत्री परमेश्वर और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इन आरोपों को “राजनीतिक गपशप” करार देते हुए खारिज किया। परमेश्वर ने कहा कि राज्य सरकार को DRI और CBI से कोई जानकारी नहीं मिली है, और जांच केंद्रीय एजेंसियों के अधीन है।
