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पहली बार रिकार्ड 1.41 लाख करोड़ रिकार्ड GST कलेक्शन

पहली बार रिकार्ड 1.41 लाख करोड़ रिकार्ड GST कलेक्शन
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नईदिल्ली। कोरोना संक्रमण की अनियंत्रित दूसरी लहर के कारण कई राज्यों में जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसी परस्थितियों की वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगने का अनुमान है। इसी आशंका के बीच आर्थिक स्थिति को मजबूती देने वाली बड़ी खबर सामने आई है। जीएसटी कलेक्शन के मामले में सरकार को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। अप्रैल महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.41 लाख करोड़ रुपये हुआ है। ये जीएसटी कलेक्शन की ये राशि अब तक का सबसे बड़ा रिकार्ड है।

वित्त मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसर अप्रैल में कुल जीएसटी कलेक्शन 1,41,384 करोड़ रुपये का रहा है, जो जीएसटी व्यवस्था की शुरुआत के बाद से ही अभी तक का एक रिकॉर्ड है। कुल जीएसटी कलेक्शन में सेंट्रल जीएसटी 27,837 करोड़ रुपये, स्टेट जीएसटी 35,621 करोड़ रुपये और इंटेग्रटेड जीएसटी 68, 481 करोड़ रुपये रहा है। इसके अलावा 9, 445 करोड़ रुपये सेस के हैं। इंटेग्रेटेड जीएसटी में 29, 599 करोड़ रुपये केवल आयात किए गए सामानों पर लगाए गए टैक्स से मिले हैं।

मार्च में रिकार्ड कलेक्शन -

इसके पहले मार्च के महीने में भी जीएसटी कलेक्शन ऑल टाइम हाई रहा था। मार्च में कुल 1,23,902 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ था, जो जीएसटी की शुरुआत के बाद का सबसे ज्यादा कलेक्शन था। अप्रैल के महीने में ये आंकड़ा भी काफी पीछे छूट गया। मार्च के पहले फरवरी में 113143 करोड़ रुपये, जनवरी में 119875 करोड़ रुपये, दिसंबर 2020 में 115174 करोड़ रुपये, नवंबर 2020 में 104963 करोड़ रुपये और अक्टूबर 2020 में 105155 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ था। इसके पहले अप्रैल से सितंबर 2020 तक जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े से नीचे ही रहा था।

अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति

इन आंकड़ों से साफ है कि अर्थव्यवस्था पर लगातार प्रतिकूल असर डाल रहे कोरोना के संक्रमण के बावजूद देश के कारोबारियों ने न केवल रिटर्न फाइल करने में प्रतिबद्धता दिखाई है बल्कि समय पर अपने जीएसटी बकाए का भुगतान भी किया है। ये आंकड़े इस बात को भी दर्शाते हैं कि तमाम प्रतिकूल दबावों का सामना करने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था के फंडामेंटल्स अभी भी मजबूत हैं। इससे ये भी जाहिर है कि मजबूत फंडामेंटल्स के बल पर महामारी का दबाव कम होते ही देश की अर्थव्यवस्था एक बार फिर पूरी गति से कुलांचे भर सकती है।

Updated : 12 Oct 2021 10:44 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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