नए बिजनेस के लिए सभी विकल्पों को समझना है जरूरी

नए बिजनेस के लिए सभी विकल्पों को समझना है जरूरी
सुरभि जैन (चार्टर्ड अकाउंटेंट )

वेबडेस्क। नया फाइनेंसियल ईयर की शुरुआत के साथ नया बिज़नेस शुरू करने के विचार भी सामने आते हैं। नया बिज़नेस शुरू करने से पहले विभिन्न प्रकार के विकल्पों पर विचार करना ज़रूरी है। भारत में नया बिज़नेस शुरू करने के लिए कई फॉर्मेट उपलब्ध हैं जैसे कि प्रॉपरिएटरशिप फर्म, पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप इत्यादि ।

लेखिका - सुरभि जैन (चार्टर्ड अकाउंटेंट )

सही विकल्प चुनने के लिए सबसे पहले बिज़नेस बिज़नेस शुरू करने का उद्देश्य निर्धारित करें । अगर आप अकेले ही छोटे स्तर से काम शुरू करना चाह रहे हैं एवं कम कानूनी फ़ॉर्मलाइटीज़ चाहते हैं तो प्रॉपराइटरशिप फर्म कारगर रहेगी। इसमें फर्म का पैन कार्ड अलग से नहीं बनाया जाता है एवं इनकम टैक्स की छूट भी २.५ लाख तक ( पुरानी स्कीम) एवं ३ लाख तक (नयी स्कीम) में मिलती है। अगर दो या अधिक लोग साथ मिलकर बिज़नेस करना चाहते हैं तो पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप की तरफ़ जा सकते हैं।

ग़ौरतलब है कि इनकम टैक्स अधिनियम के अनुसार पार्टनशिप फर्म पर टैक्स तीस प्रतिशत तक लगता है, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर 25 प्रतिशत तक टैक्स रेट लागू है एवं लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप पर भी तीस प्रतिशत टैक्स रेट का प्रावधान है।

Tags

Next Story