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दिल्ली में पाकिस्तानी आतंकी अशरफ अली गिरफ्तार, 'पीर मौलाना' बनकर करता था काम

पुलिस ने की बड़ी साजिश नाकाम, कब्जे से एके-47 राइफल, अतिरिक्त मैगजीन व 60 राउंड कारतूस, एक हैंड ग्रेनेड, 50 राउंड कारतूस के साथ 2 अत्याधुनिक पिस्टल बरामद

दिल्ली में पाकिस्तानी आतंकी अशरफ अली गिरफ्तार, पीर मौलाना बनकर करता था काम
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नई दिल्ली/वेब डेस्क। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने त्योहारी सीजन से पहले एक पाकिस्तानी आतंकवादी को गिरफ्तार कर बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। वह एक दशक से अधिक समय से भारत में स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहा था। पुलिस ने उसके कब्जे से एक एके-47 राइफल और विस्फोटक जब्त किए हैं।

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि स्पेशल सेल ने एक पाकिस्तानी नागरिक को सोमवार रात 9:30 बजे लक्ष्मी नगर के रमेश पार्क से गिरफ्तार किया है। आतंकी की पहचान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मोहम्मद अशरफ उर्फ अली के रूप में हुई है। वह पूर्वी दिल्ली के शास्त्री नगर इलाके में अली अहमद नूरी की फर्जी पहचान के साथ रह रहा था। 40 वर्षीय अशरफ दिल्ली और उसके आसपास 'पीर मौलाना' का काम करता था। उसके कब्जे से एक एके-47 राइफल के साथ एक अतिरिक्त मैगजीन व 60 राउंड कारतूस, एक हैंड ग्रेनेड, 50 राउंड कारतूस के साथ 2 अत्याधुनिक पिस्टल बरामद की गई हैं।

अशरफ को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने एक बड़ा आतंकवादी हमला विफल दिया है। हम उसके अन्य सहयोगियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि अशरफ भारत में आतंकवादी हमलों की साजिश रच रहा था। हालांकि उसने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि वह किस स्थान को निशाना बनाने वाला था। उन्होंने कहा कि शुरुआती पूछताछ में उसने बताया है कि वह जम्मू-कश्मीर सहित देश के अन्य राज्यों में अनेक आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहा है। अशरफ की हैंडलिंग पाकिस्तानी आईएसआई कर रही थी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान आईएसआई हैंडलर (कोड नाम नासिर) ने इसे भर्ती किया और उसे निर्देश दे रहा था। अपने हैंडलर से यह सोशल मीडिया एप के जरिए संपर्क में था।

अधिकारी ने कहा कि आईएसआई ने उसे ट्रेनिंग देकर बांग्लादेश के रास्ते सिलीगुड़ी सीमा से भारत में भेजा था। उसने कई फर्जी आईडी बनवाई, जिनमें से एक अहमद नूरी के नाम से थी। उसने भारतीय पासपोर्ट भी हासिल कर लिया था। यह थाईलैंड और सऊदी अरब की यात्रा कर चुका है। उसने दस्तावेजों के लिए गाजियाबाद में एक भारतीय महिला से कुछ समय के लिए शादी की थी। उसने बिहार से भारतीय आईडी हासिल की थी।

Updated : 16 Oct 2021 6:39 PM GMT
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