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चक्रवात यास ओडिशा-बंगाल में छोड़ गया तबाही के निशान, झारखंड में तेज बारिश जारी

ओडिशा के मुख्यमंत्री पटनायक ने किया हवाई निरीक्षण

चक्रवात यास ओडिशा-बंगाल में छोड़ गया तबाही के निशान, झारखंड में तेज बारिश जारी
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नईदिल्ली। बंगाल की खाड़ी से उठाचक्रवाती तूफान यास पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराकर आगे बढ़ गया है। लेकिन इन दोनों राज्यों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। यहां 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए है। कई रिहायशी इलाकों में लोगों के घरों में समुद्र का पानी भर गया है।


ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज गुरूवार को चक्रवात यास से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। बारिश और तूफ़ान की वजह से ओडिशा में 3 और बंगाल में 1 की मौत हो गई है। पश्चिम बंगाल में कोलकाता के अलावा हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर व आसपास के जिलों में लगातार बारिश हो रही है।समुद्र तटीय क्षेत्रों में 20 किलोमीटर के दायरे में पानी घुसा हुआ है। उपरोक्त जिलों में बिजली आपूर्ति लगभग बाधित है जिसे सामान्य होने में कम से कम एक सप्ताह से अधिक का वक्त लगने की संभावना है

40 घंटे से बारिश -


बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद यास अब झारखंड में कहर बरपा रहा है। रामगढ़ सहित कई जिलों में पिछले 40 घंटों से लगातार बारिश हो रही हैं। इक्लोन यास का असर रामगढ़ जिले में व्यापक पैमाने पर हुआ है। यह सबसे ज्यादा नुकसान किसानों और सब्जी उत्पादकों को हुआ है। शहर से लेकर गांव तक हर जगह जलजमाव की स्थिति बन गई है। खेतों में भी पानी भर गया है। कृषि विज्ञान केंद्र के नोडल पदाधिकारी दुष्यंत कुमार राघव ने गुरुवार को बताया कि खेतों में लगी लत्तेदार सब्जियां, बंधा गोभी, टमाटर,मिर्च जैसी फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि जल जमाव होने से लत्तेदार सब्जियों को सड़ने का डर रहता है। बंधा गोभी भी पौधे में ही सड़ने लगता है। अभी लगभग 100 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर टमाटर जिले के किसानों द्वारा लगाया गया है। उसको भी इस बारिश में भारी नुकसान हुआ है।

Updated : 12 Oct 2021 10:40 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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