कांग्रेस अधिवेशन में अहम फैसला, नहीं होंगे CWC चुनाव, खड़गे करेंगे सदस्यों की नियुक्ति

कांग्रेस अधिवेशन में अहम फैसला, नहीं होंगे CWC चुनाव, खड़गे करेंगे सदस्यों की नियुक्ति
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खड़गे ने कहा कांग्रेस के लिए चुनौती के साथ अवसर है आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज से कांग्रेस का 85वां अधिवेशन शुरू हो गया है। जिसमें देश भर से दिग्गज कांग्रेसी नेताओं समेत हजारों कार्यकर्त्ता यहां पहुंच रहे है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी और सांसद राहुल गांधी भी आज दोपहर दो बजे यहां पहुंच गए है।

अधिवेशन में पहले दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे की अध्यक्षता में स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। जिसमें सीडब्ल्यूसी चुनाव ना कराने का अहम फैसला लिया गया। बताया जा रहा है की अधिकांश नेता चुनाव के पक्ष में नहीं दिखे। जिसके चलते चुनाव ना कराने का निर्णय लिया गया।अब सीडब्ल्यूसी में सदस्यों की नियुक्ति का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर छोड़ दिया गया है।


इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए चुनौती और अवसर दोनों है। ऐसे में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जुटकर काम करना होगा।खड़गे ने शुक्रवार को रायपुर में कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन के मौके पर आयोजित कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में कांग्रेस का यह महाधिवेशन आधा दर्जन राज्यों के विधानसभा चुनावों और उसके बाद 2024 के आम चुनावों की पृष्ठभूमि में हो रहा है। हमारे सामने ये एक बड़ी चुनौती भी है और एक बड़ा अवसर भी है।

यहां से हमारा सार्थक संदेश करोड़ों साथियों तक एक नई ऊर्जा के साथ पहुंचेगा तो वो कार्यकर्ता उसे गांव-गांव पहुंचा कर जनता का विश्वास हासिल करने में कामयाब होंगे। खड़गे ने कहा कि हम जो फैसले लेंगे वो कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमारी पार्टी के भविष्य का एक मजबूत आधार बनेंगे। ऐसे में आप सभी साथियों से अनुरोध है कि आप खुल कर और व्यवहारिक पक्ष को ध्यान में रख कर अपनी बातें रखें। वो बातें रखें जो जनता के मुद्दों से सीधे जुड़ी हों। हमें सामूहिक तौर पर यहां बहुत से फैसले लेने हैं, जिन पर हमारी पार्टी और हम सबका भविष्य जुड़ा हुआ है।


खड़गे ने कहा कि वर्ष 1885 से अब तक कांग्रेस के 138 साल के इतिहास में 84 अधिवेशन हो चुके हैं। लेकिन ये अधिवेशन इस लिहाज से खास है कि आज से करीब 100 साल पहले 1924 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हर महाधिवेशन में कुछ अहम फैसले हुए हैं, जिससे हमारा संगठन आगे बढ़ा। कुछ अधिवेशन मील के पत्थर बने। वहां होने वाले फैसले आज भी इतिहास में याद किए जाते हैं। फैजपुर, बांकीपुर, हरिपुरा से लेकर तमाम जगहें लोगों को केवल इस नाते याद है क्योंकि वहां कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था। हमारे सामने ये मौका है कि नया रायपुर को भी हम इतिहास में इस तरह दर्ज करा दें की आने वाले समय में यह हमे रास्ता दिखाता रहे।

खड़ने ने राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ करते हुए कहा कि राहुल ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा से देश भर में जिस ऊर्जा भरी और महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दों पर जिस तरह जागरूकता फैलाई, उस जोश को हमें बनाए रखना है।खड़गे ने कहा कि आज की इस अहम बैठक के एंजेंडे में मुख्य रूप से चार बातें शामिल हैं। जिसमे कांग्रेस वर्किंग कमेटी का चुनाव होना है, 85वें महाधिवेशन का एजेंडा तय किया जाना है, कांग्रेस पार्टी के संविधान में संशोधन करना है साथ ही इस महाधिवेशन में 6 विषय पर चर्चा करना है।

खड़गे ने कहा कि अधिवेशन के दौरान हम यहां राजनैतिक, आर्थिक ,अंतरराष्ट्रीय मुद्दे, किसान और खेत मजदूर, सामाजिक न्याय और युवाओं के उत्थान पर चर्चा करेंगे।

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