शादी का झांसा देकर धर्मांतरण का प्रयास: पीड़िता का आरोप, दुष्कर्मी को भी माफ करने के लिए दबाव बनाया…

रायपुर। जशपुर जिले के कुनकुरी में नर्सिंग छात्रा पर बनाए गए कन्वर्जन के दबाव के मामले में नए- नए खुलासे हो रहे हैं। इस घटना के सामने आने के बाद अंचल में चल रहे कन्वर्जन के पूरे इको सिस्टम से पर्दा उठ गया। दरअसल शिक्षा, स्वास्थ्य और सेवा के नाम पर चलाई जा रही संस्थाओं में खुले आम हिन्दू बालक बालिकाओं को ईसाई बनाने का खेल चल रहा है।
गौरतलब है कुनकुरी में पीडि़त नर्सिंग छात्रा पर केवल कन्वर्जन के लिए दबाव नहीं था बल्कि दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले में होंठों को सिल लेने का भी था। दरसअल पीड़िता छात्रा के साथ 2020 में दुष्कर्म की शिकार हो चुकी है।
दुष्कर्म करने वाले आरोपी का पिता भी हॉलीक्रॉस नर्सिंग कालेज का ही कर्मी रहा है। संस्था की वर्तमान प्राचार्या विंसी जोसफ पर यौन अपराध के आरोपी को माफ कर कोर्ट में बयान बदल देने लिए छात्रा पर दबाव बनाने का भी आरोप है।
दुष्कर्म करने वाले को माफ करने का दबाव: इस घटना की गहराई से विवेचना करने पर यह सामने आ रहा है कि जशपुर जैसे इलाकों में गरीब छात्र-छात्राओं पर कन्वर्जन से जुड़े सिंडिकेट की बुरी नजर सालों से बानी हुई है।
बड़े ही सुनियोजित और योजनाबद्ध तरीके से हिन्दू बच्चों के भीतर सनातन धर्म को लेकर कुंठा और ईसाइयत के लिए आस्था पैदा की जाती है। यह तमाम बातें पीडि़त छात्रा के बयान से सामने आई हैं। जब वह वर्ष 2021–22 में फर्स्ट ईयर नर्सिंग में दाखिल हुई, तभी से सिस्टर विंसी जोसफ उस पर लगातार दबाव बनाती रहीं कि वह आरोपी को माफ कर दे और बयान बदल दे। पीड़िता का दावा है कि आरोपी का पिता हॉलीक्रॉस अस्पताल में कर्मचारी है, और यही वजह रही कि प्राचार्या ने आरोपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।
पीड़िता के पिता की गुहार
छात्रा के पिता दिव्यांग हैं। वह बड़ी मुश्किल से उसकी पढ़ाई का खर्च उठा पाते हैं। उनका आरोप है कि कॉलेज वाले उन्हें बुलाकर बेटी की छोटी-छोटी गलतियों पर डांटते थे। पिता ने बताया, मेरी बेटी ने कई बार मुझे इस उत्पीडऩ के बारे में बताया है।
कॉलेज की सिस्टर (प्रिंसिपल) उसे बार-बार नन बनने के लिए कहती थीं। मैंने हमेशा उसे पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा। अगर उसे नन बनना है तो हमारे हिंदू धर्म में भी ब्रह्माकुमारी हैं। उनसे जुड़ जाओ। कॉलेज वाले हमें बुलाकर लड़की की छोटी-छोटी गलतियों पर डांटते थे। हम गरीब लोग हैं इसलिए कुछ नहीं कहते थे। हम किसी तरह लड़की को पढ़ा रहे हैं।
पीड़िता की आपबीती
पीड़िता बताती है कि जब उसने इस दबाव की जानकारी अपनी मां को दी तो मां ने कहा—वो तो सिस्टर है, उसने बेटी नहीं जनी है, इस दर्द को क्या समझेगी? पीडि़ता ने आगे बताया कि कुछ महीनों तक सिस्टर विंसी ने बेहद आत्मीयता दिखाते हुए उसे यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि हिन्दू धर्म में उसका भविष्य अंधकारमय है, क्योंकि खराब नाम वाली लड़की से कौन शादी करेगा, इसलिए सिस्टर लाइन में आ जाना ही बेहतर होगा।
पीड़ित छात्रा ने यह भी बताया कि प्राचार्या उसकी पढ़ाई और काबिलियत से खुश थीं, और यही वजह रही कि शुरू में उसका विश्वास जीतने की कोशिश की गई। परंतु जब 2023 में आरोपी को सजा हो गई और छात्रा ने कनर्वजन से इनकार कर दिया, तो सिस्टर विंसी का रवैया पूरी तरह बदल गया। बार-बार अनुपस्थित दिखाकर परेशान किया गया और अंतत: एक अप्रैल 2024 को उसे हॉस्टल से निकाल दिया गया।
इसके बाद जब वह अस्पताल में ड्यूटी पर जाती थी तो वहां भी उसे काम नहीं करने दिया गया। पीडि़ता ने यह भी आरोप लगाया है कि ईसाई समाज के कुछ लोग अब उसकी सहेलियों को धमका रहे हैं, जबकि उन्हें सच्चाई सामने लाने के लिए आगे आना चाहिए। अगर आप उन लड़कियों से जाकर बात करें जो कोर्स बीच में छोड़ चुकी हैं, तो सारा मामला साफ हो जाएगा।
आरोपी प्रिंसिपल के समर्थन में भी प्रदर्शन
14 अप्रैल को कुनकुरी में होली क्रॉस नर्सिंग कॉलेज, कुनकुरी की प्रिंसिपल सिस्टर बिन्सी जोसेफ के खिलाफ लगाए गए जबरन धर्म परिवर्तन के झूठे आरोपों का विरोध किया। उनका कहना है कि छात्रा उनसे बदला ले रही है क्योंकि उसने अपने कोर्स पूरा करने के प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए थे।
सीनियर बिन्सी ने कहा कि उन्होंने अपने प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए, क्योंकि छात्रा अनिवार्य व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ-साथ निर्धारित उपस्थिति आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रही, जिससे उसका कोर्स पूरा होने पर असर पड़ा।
यह विरोध प्रदर्शन कॉलेज की तीसरे वर्ष की जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) छात्रा द्वारा इस महीने की शुरुआत में दर्ज की गई शिकायत के जवाब में आयोजित किया गया था।
विंसी जोसफ की हो सकती है गिरफ्तारी
धर्मांतरण के दबाव वाले मामले में आरोपी हॉलीक्रॉस नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या विंसी जोसफ की अग्रिम जमानत याचिका न्यायालय ने खारिज कर दी। पुलिस द्वारा मामले की विवेचना की जा रही है। स्थानीय स्तर से छन आ रहीं सूचनाओं के अनुसार पुलिस आरोपी प्राचार्या को हिरासत में लेकर भी पूछताछ कर सकती है।
