शिक्षक बीएलओ ड्यूटी में व्यस्त, बच्चों की पढ़ाई पर संकट

जिले के कई स्कूलों में शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी से हालात बिगड़े
प्रदेश में इस वर्ष शिक्षा गुणवत्ता अभियान की स्थिति बेहद चिंताजनक है। स्कूलों में पढ़ाई पिछले एक माह से लगभग ठप है। इसके पीछे का मुख्य कारण यह है कि हजारों शिक्षकों को मतदाता पुनरीक्षण कार्य में बीएलओ (बेसिक लेवल ऑफिसर) के रूप में लगाया गया है।अभी शिक्षक बीएलओ ड्यूटी से पूरी तरह मुक्त नहीं हुए हैं, वहीं सोमवार से सैकड़ों शिक्षकों को एफएलएन ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया है। ऐसे में शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और परीक्षाओं से ठीक पहले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
एक शिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल
जिले के ज्यादातर प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में स्थिति यह है कि एक-एक शिक्षक ही पूरे स्कूल का जिम्मा संभाल रहे हैं। ऐसे हालात में एक शिक्षक द्वारा तीन से पांच कक्षाओं की पढ़ाई एक साथ कराना लगभग असंभव है। इसके साथ ही मध्यान्ह भोजन, उपस्थिति, पोर्टल अपडेट, रिपोर्टिंग जैसे अतिरिक्त कार्यों का बोझ भी उन पर है।
ग्रामीणों ने किया चक्का जाम
स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर अब पालकों का भी गुस्सा फुट रहा है। सोमवार को दुर्ग जिले के ग्राम बेलौदी में लंबे समय से शिक्षकों की कमी के चलते मिडिल और प्राइमरी स्कूल के बच्चों ने अपने अभिभावकों के साथ मिलकर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इसी तरह कई अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुए।
ट्रेनिंग का नया शेड्यूल
शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव के निर्देश पर एससीईआरटी ने कुछ माह पहले शिक्षकों के सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर रोक लगा दी थी, ताकि शिक्षण कार्य प्रभावित न हो। इसके बावजूद अब नया ट्रेनिंग शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इस कार्यक्रम के अनुसार ट्रेनिंग के दौरान शिक्षकों का प्री और पोस्ट टेस्ट लिया जाएगा, साथ ही उन्हें असाइनमेंट भी पूरा करना होगा।
छमाही परीक्षा लेकिन 40% कोर्स भी नहीं पूरा
कई प्राथमिक स्कूलों में एक साथ पांच-पांच शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी लगा दी गई है, जबकि हायर सेकंडरी स्कूलों में दो से तीन शिक्षक निर्वाचन कार्य में लगे हुए हैं। इसी महीने छमाही परीक्षाएं होनी हैं, लेकिन अधिकांश स्कूलों में पाठ्यक्रम का केवल 40 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है।जिस विषय के शिक्षक ड्यूटी पर भेज दिए गए हैं, उन विषयों की कक्षाएं अन्य विषयों के शिक्षक मजबूरी में ले रहे हैं। उदाहरण के लिए, संजय नगर स्कूल में विज्ञान, अंग्रेजी और गणित के शिक्षक बीएलओ ड्यूटी में हैं, वहीं निमोरा स्कूल में विज्ञान और हिन्दी के शिक्षक ड्यूटी पर हैं।
